पद्मालय
पद्मालय | |
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धर्म संबंधी जानकारी | |
सम्बद्धता | साँचा:br separated entries |
देवता | गणेश |
अवस्थिति जानकारी | |
अवस्थिति | साँचा:if empty |
ज़िला | जलगाँव |
राज्य | महाराष्ट्र |
देश | भारत |
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भौगोलिक निर्देशांक | साँचा:coord |
निर्माता | साँचा:if empty |
ध्वंस | साँचा:ifempty |
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पद्मालय (या प्रवाळक्षेत्र [१]) एक हिंदू देवता गणेश का मन्दिर है जो महाराष्ट्र के जलगाँव जिले के एरंडोल तालुका के पास स्थित है। संस्कृत में पद्मालय का अर्थ है "कमल का निवास"; (पद्म + आलय; पद्म = कमल, आलय = निवास)।
ये गणेश मन्दिर दो स्वयंभू मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध है जिनका नाम अमोद और प्रमोद है।[२] एक मूर्ति की सूँढ दाहिनी ओर है और दूसरी की बाईं ओर है। मन्दिर पहाड़ी पर स्थित है और पत्थर की वास्तुकला है। ये एक झील का सामने स्थीत है जहा कई कमल के फूल खिलते है। गणेश के मुख्य मंदिर के अलावा, शिव और हनुमान के छोटे मन्दिर भी यहा मौजूद हैं।.[३]
कहा जाता है कि मन्दिर का निर्माण पांडवों के काल मे हुआ था और फिर गोविन्द महाराज ने पुनर्निर्मित कर इसे वर्तमान रूप दिया।[२] पांडुपुत्र भीम ने बकासुर नामक राक्षस का यहा वध किया और फीर प्यास लगने पर अपनी कोहनी मार कर ताज़े जल का एक स्रोत बनाया। ये अब भीमकुण्ड के नाम से प्रसिद्ध है।[४]