तारकोल कार्बनिक पदार्थों के भंजक आसवन द्वारा बनाय जाने वाला पदार्थ है।[१][२][३]
तारकोल के गाढ़ेपन (श्यानता) का पता लगाने के लिए आस्ट्रेलिया के ब्रिसवेन की क्वींसलैंड विश्वविद्यालय में 1927 से एक प्रयोग जारी है।[४]