ड्रेकुला अनटोल्ड

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ड्रेकुला अनटोल्ड
निर्देशक गैरी शोर
निर्माता माइकल डी लुका
पटकथा मैट सेज़ामा
बुर्क शार्पलेस
आधारित साँचा:पर आधारित
अभिनेता ल्यूक इवांस
सारा गेडाॅन
डाॅमिनिक कूपर
संगीतकार रामिन जावडीi[१]
छायाकार जॉन श्वार्ट्जमैन
संपादक रिचर्ड पियर्सन
स्टूडियो लीज़ेंड्री पिक्चर्स
माइकल डी लुका प्रोडक्शंस
वितरक यूनिवर्सल पिक्चर्स
प्रदर्शन साँचा:nowrap साँचा:flagiconसाँचा:flagicon १० अक्टूबर, २०१४
साँचा:flagicon १७ अक्टूबर, २०१४
समय सीमा ९२ मिनट[२]
देश साँचा:flag/core
साँचा:flagicon यूनाइटेड किंगडम
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भाषा अंग्रेजी
लागत $७०,०००,०००
कुल कारोबार $८९,०००,०००

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ड्रेकुला अनटोल्ड (साँचा:lang-en) वर्ष 2014 की अमेरिकी डार्क फैंटासी, एक्शन व हाॅर्रर प्रधान फिल्म हैं। यह नवोदित निर्देशक गैरी शाॅर की पहली फीचर फिल्म है जिसकी पटकथा मैट सेज़ामा और बुर्क शार्पलेस ने लिखी है।[४] [4] फिल्म की कहानी आयरिश उपन्यासकार ब्रैम स्टोकर की 1897 की किताब 'ड्रेकुला' पर आधारित है, जिसमें मुख्य शीर्षक किरदार 'काउंट ड्रेकुला' के उद्गम कथा, यानी व्लाद द इम्पेलर की कहानी की परिकल्पना की गई है। अभिनेता ल्युक इवान्स शीर्षक भूमिका में हैं तथा साराह गेडाॅन, डाॅमिनिक कूपर, आर्ट पार्किन्सन एवं चार्ल्स डांस सहयोगी भूमिकाओं में हैं। अगस्त 5, 2013 में उत्तरी आयरलैंड को फिल्मांकन के लिए चुना गया। युनिवर्सल पिक्चर्स ने अक्टूबर 10, 2014 को सिनेमाघरों एवं आईमैक्स में पर्दापर्ण किया। सिनेमा जगत में इस विख्यात काल्पनिक खलपात्र की आरंभिक जीवन का यह पुनर्रचना है। [५]मिश्रित प्रतिक्रिया के बावजूद आलोचकों ने, ल्युक इवान्स के बेहतरीन अभिनय की प्रशंसा के साथ कहानी और पात्र भूमिकाओं पर कसे निर्देशन की भी समीक्षा की, फिल्म 'ड्रेकुला अनटोल्ड' ने वैश्विक बाॅक्स ऑफिस पर $217 मिलियन की व्यावसायिक कमाई कर बढ़िया प्रदर्शन किया। साउंड एण्ड विजन इंडिया ने फिल्म को हिंदी, तमिल और तेलुगू में डब किया।

सारांश

मध्य युग के समय, व्लाद टेपेस (ल्युक इवान्स) वैलेचीया और ट्रांसिलवेनिया का शहजादा होता था। उसके बचपन में, उसे शाही राजकुमारों की तरह ऑटोमन साम्राज्य की ओर से बंधक बनाकर, उन्हें सुल्तान की जैनिसैरी फौज में बहाल करने लायक एक सिपाही की तरह तालीम दी जाती है, जो बाद में एक बहादुर योद्धा बनता है। अपने कई हजार दुश्मनों को भाले की नोंक पर मौत के घाट उतार उन्हें खुले मैदान में खड़ा कर देने बाद उसे व्लाद दी इम्पेलर की उपाधि दी जाती है। हाँलाकि उसे इन खूनखराबे से चिढ़ हो जाती है, सो इन बुरी दिनो से छुड़ाने के लिए वापस अमन कायम करने की कोशिश करता है। एक दिन जंगलों में, व्लाद और उसके सिपाहियों को झरने के पास एक हेलमेट मिलता है। इस डर से कि ऑटोमैन के खोजी दल रास्ते में हमले की फिराक़ में हैं, वो लोग झरने के रास्तों से गुजरकर "ब्रोकेन टुथ" नामक पहाड़ी की ऊँचाई पर बसी गुफा जा पहुँचते हैं। ज्यों ही वह लोग गुफा के भीतर दाखिल होते हैं, वहां ज़मीन पर कालीन की तरह बिछे कई कुचली हुई हड्डियों का ढेर मिलता है; और अचानक ही अंधेरे में कोई अंजान प्राणी (चार्लस डांस) उनपर हमला कर डालता हैं जिसकी लाल सुर्ख आँखें हैं, जिसमें इंसानों से कई ज्यादा बेमिसाल फुर्ती और ताकत है। व्लाद के कई साथी मारे जाते हैं, फिर वह गुफा में ही पड़ी तलवार से उस साए को ज़ख्मी कर डालता है। जिस तलवार से व्लैड ने उस प्राणी को काटा तो धूप में उसके लहु के तरह वह भी घुलने लगता है और अब तो वह भी गुफा के मुहाने पर पड़ रही धूप के कारण व्लाद का पीछा छोड़ देती है।

किले पर उसके वापसी पर, व्लैड को स्थानीय भिक्षु से पता चलता वह प्राणी दरअसल एक पिशाच है, जो कभी इंसान था जिसे नर्क की गहराई से आए शैतान ने उसे तलब किया और बतौर समझौते अपनी काली ताकतें सौंपने से पहले शैतान ने चाल चली और उसी गुफा में सदा रह जाने का शाप दे जाते हुए यह कहता है, अब वह तब रिहा होगा जब कोई उसका लहु पीए, उसके बाद वह किसी और इंसान का खून पी जाए। वहां लगभग हर शख्स का स्वागत है जो ताकत के बदले में उसे गुफा से निकालने की आजादी भी दिलाए।

अगले दिन, जब इस्टर के दावत पर व्लाद अपनी बीवी मिरेना (साराह गैडाॅन), और बेटे इनगेरैस (आर्ट पार्किनसन), और अपनी प्रजा साथ लुत्फ ले रहा था, तभी ऑटोमैन की फौजी टुकड़ी वहां किले पर अचानक आ धमकती है। व्लाद उन्हें बतौर खिदमत में चांदी के सिक्कों का इनाम पेश करता है, लेकिन दूत के मुताबिक ऑटोमैन की पलटन से कई सिपाही लापता है, अंदाजा है कि व्लाद ने उन सबको मार डाला होगा। व्लाद दंभ भरते हुए किसी की भी जान लेने के मामले से इंकार करता है। फिर तो दूत उस खिदमत के इनाम के साथ 1,000 लड़कों की मांग रखता है जिन्हें जैनिसैरी की तालीम देकर, आगे सल्तनत कायम करने लायक तैयार किया जा सके। व्लाद इसे नामंजूर करता है, लेकिन फौजी तादाद में कम और तुर्कियों के बराबर ना होने पर वह परेशानी में पड़ जाता है। मिरेना को इसका भरोसा रहता है, चुंकि व्लाद और मेहमेद (डाॅमिनिक कूपर) दोनों बचपन के दिनों में, सगे भाईयों की तरह रहें हैं, तो इस मामले पर बात करने की सलाह देती है, ताकि शायद मेहमेद उन्हें रहम बख़्श दे। मेहमेद द्वितीय के सामने हाजिर होकर वह मुल्क से और बच्चें ना दे पाने की असमर्थता जताता है। मसले की नाकामी देख, बच्चों के बदले वह खुद को पेश करने की कोशिश करता है; लेकिन सुल्तान इसे इंकारता है और व्लाद के बेटे को सौंपने की मांग रखता है।

तब सुल्तान अपने दूत को व्लाद के बेटे को लाने भेजता है। व्लाद इस मसले पर अपनी बीवी से यह कहता है, कि वह अपने बेटे साथ दूत और ओटोमैन के सिपाहियों से मिलने जा रहा है। व्लाद तब मिरेना को भरोसा दिलाता है कि उसे और बच्चों को छोड़ने से पहले दूत व उसके सिपाहियों से अकेले में मिलने जाता है। निहत्थे जाते देख; इनगेरैस घबराकर, उसके पीछे पड़कर, उसका हाथ पकड़ता है और अपने पिता से सुल्तान की फौज में भर्ती होने को मंजूरी की बात कहता है। ज्यों ही व्लाद उस तुर्की दूत के पास, मुस्कराते हुए पहुँचता है, तो व्लाद उससे कुछ परेशानी होने का खेद जाहिर करता है। व्लाद अपने बेटे को मां की ओर भागने कहता है, और फिर दूत की तलवार छीनते हुए उसे और उसे घेरे सिपाहियों को मार डालता है।

फिर यह जानते हुए कि इस हरकत से उसे जंग अख्तियार करना होगा, व्लाद उस "ब्रोकेन टूथ" वाली पहाड़ पर वापिस आकल उस पिशाच से मदद की दरकार करता है। फिर एक धकेलते हुए, वह पिशाच उसके लौटने की वजह पुछता है। जवाब में व्लाद, उसकी पिशाच की शक्तियों के दम पर ओटोमैन फौज को हराने की बात कहता है। फिर वह पिशाच इसके नतीजे के बारे में बताता है, और उसे अपना खून देता, जो व्लाद को अस्थायी तौर पर पिशाच की शक्तियां प्रदान कर सकती है। उसे खबरदार करता है कि उसे तीन दिनों के भीतर खुद को इंसानी लहु पीने की बेचैनी पर काबू रखना होगा, तभी वह वापस इंसानी रूप में लौट सकेगा। अन्यथा, वह हमेशा के लिए एक पिशाच बनकर रह जाएगा और एक दिन उसे अपने ही रचयिता से मदद की गुहार करनी पड़गी। व्लाद यह प्रस्ताव कबूल कर लेता है और पिशाच का लहु पी जाता है, जिसके साथ उसे दर्दनाक और मौत से भयानक एहसास की तब्दिलियों साथ गुजरना पड़ता है।

जागने पर खुद को जंगल में पाने बाद, व्लाद को महसूस होता है कि उसकी इंद्रिय शक्तियाँ पहले से काफी बढ़ चुकी है, ताकत और तेजी में इंसानों से कहीं ज्यादा, यहां तक की वह खुद को चमगादड़ों की ओट में भी बदल सकता था; पर उसकी त्वचा सीधी धूप में झुलस पड़ती है। जब वह वापिस कैसेल ड्रैकुला पहुँचता है, ओटोमैन की फौज हमला कर चुकी होती है, लेकिन व्लाद उनपे अकेले ही टूट पड़कर सबको मार डालता है। फिर किले में मौजूद अपनी प्रजाओं को कोज़िया के मठ पर भेज देता है, जोकि पहाड़ों के किनारे ही बसा है, जहाँ उन्हें महफूज रहने लायक पनाह मिल सकें।

इस सफर के दौरान, मिरेना को व्लाद के शापित होने का पता तब मालूम होता जब व्लैड एक चांदी के सिक्के को दबाकर खुद को कमजोर कर रहा है ताकि अनभिज्ञ लोगों के नजदीक आने पर उनका खून पीने के लिए हमला ना कर पाए। इसके बाद व्लाद कसम खाता है कि वह इंसानी खून से खुद को परहेज करेगा, वह राजी हो जाती है कि वह दुबारा अमरता पा लेगा ताकि ओटोमैन को हरा सके। पर श्केलगिम नाम का एक रोमनी, को व्लाद के पिशाच का पता चलता है, इस दावे को पुख्ता करने के लिए वह नौकर के रूप में उसे अपना खून पीने को कहता है; लेकिन व्लाद इंकार करता है। ज्यों ही वे लोग मठ के नजदीक पहुँचते, धात लगाए बैठे ओटोमैन के सिपाही वैलाह पर टूट पड़ते है; और जब तक व्लाद और उनके आदमी पीछे हटने में कामयाब होते, व्लाद की इस अचानक आई अमानवीय ताकत से उसके प्रजा में संदेह यकीन में बदल जाता है। अगले दिन मठ में, वहां के भिक्षुक को शाप का पता चलते ही वह राजकुमार और उसके प्रजा को व्लैड के खिलाफ कर देता है, जिसके लिए उसे धूप में जलते घर पर फंसा दिया जाता है। पर धुएँ की कालिख से सूरज ढप जाता है, जिससे व्लाद आग से बच निकलता है और गुस्से में अपने पिशाच बनने की वजह सिर्फ अपने लोगों को ओटोमैन के हुकूमत से बचाना था। इससे पहले कि आवेग में वह उनके विरुद्ध कुछ करता, मिरेना उसे रोककर शांत होने को कहती है।

उसी रात, ओटोमैन की सैनिक जुलूस मठ की ओर बढ़ता है। व्लाद अपनी चमगादड़ो के विशाल झुंड से उन्हें पीछे खदेड़ देती है, हालाँकि उन सिपाहियों को पहले ही प्रलोभन दे दिया गया था, तो उनमें से मुट्ठी भर तुर्की सिपाही मठ में घुस गए और वहां के कई बाशिंदों में मारकाट मचाकर इनगेरैस को अगुवा कर लिया जाता है। मिरेना अपने बेटे को बचाने की कोशिश करती है, और मठ किनारे की ऊँची दीवार से गिर जाती है। मरते हुए, मिरेना याचना के साथ व्लाद को सूरज उगने से पहले उसका लहु पीने कहती जिससे उसे अपने बेटे को बचाने की ताकत मिल जाए। व्लाद को आनिच्छा से उसका लहु पीना पड़ता है, जिसके परिणाम पर आखिरकार वह एक पूर्ण पिशाच बनता है और जिसके साथ ही उसकी शक्तियाँ पहले काफी ज्यादा बढ़ जाती है। व्लाद मठ की ओर लौटता है और वहां पहरे पर बैठे लोग से भिड़ते हुए पिशाच की तरह जानलेवा वार करता है। वहीं ओटोमैन की सैन्य छावनी पर, मेहमेद अपनी युरोप की विशाल फौज के साथ हमले की तैयारी में रहता है। व्लाद और उसकी पिशाच फौज पहुँचकर कत्लेआम मचाते देख ओटोमैन के सिपाही खौफजदा हो जाते हैं, इस बीच व्लैड खुद मेहमेद सामने हाजिर होता है, जो इनगेरैस को अपनी कैद में रखा था। पहले से ही चौकस कि पिशाच की शक्ति चांदी के कारण क्षीण पड़ जाती है, मेहमेद छावनी की फर्श पर बिछे कालीन हटाते हुए सभी चांदी के सिक्कों को सामने लाता है,जिससे व्लैड की ताकत और गति थम जाती है, और तब उसकी असावधानी का लाभ उठाकर अपनी चांदी की तलवार के दम पर व्लैड से भिड़ जाता है। व्लाद पर उसके हावी होते ही, पहले से इंतजाम लकड़ी के खुँटे से उसका दिल बेधं डालने की कोशिश करता, लेकिन व्लाद चमगादड़ो के झुंड में बदलकर उससे बच जाता है फिर "ड्रैकुला, शैतान का बेटा" का नाम लेकर, उसी खुँटे से मेहमेद को मार डालता है और उसका खून पी जाता है, अपनी इस पाश्विक स्थिति से उपजे क्रुरता पर व्लाद घुटने टेक देता है।

जैसे ही वह मेहमेद की छावनी से बाहर आते, ड्रैकुला और इनगेरैस को दूसरे पिशाच बन चुके लोग उन्हें घेरकर, और उसके बेटे को उसके इंसान होने कारण उन्हें सौंपकर मार डालने को धमकाते है। तभी वही भिक्षु सामने आ जिसने वैलाह के लोगों को व्लाद के खिलाफ खड़ा किया और अब एक सलीब पकड़ कर उन पिशाचों को पीछे हटाता है। तभी उनमें से एक पिशाच जब इनगेरैस पर झपटता है, ड्रैकुला उसे भाले से पेवस्त कर उसके बेटे को नुकसान ना पहुँचाने को आगाह करता है। ड्रैकुला उस भिक्षु से इनगेरैस को दूर करने का हुक्म देता है, फिर अपनी शक्तियों के बल पर आकाश पर छाए बादलों को हटा देता है। सूरज की रोशनी में सारे पिशाच धूल में मिल जाते हैं, तब तक ड्रैकुला भी जली लाश की तरह धराशायी हो जाता है। व्लाद को मृत मान लिया जाता है और युरोप भी ओटोमैन के हमले से बच जाता है, इनगेरैस को वैलेचिया के नए शहजादे के तौर पर ताज-ओ-तख्त से नवाजा जाता है। हालाँकि, श्केलगिम चोरी छुपे ड्रैकुला के पार्थिव शरीर को नजदीकी छावनी में लाकर उसे अपना खून चढ़ाकर पुनर्जीवित करता है।

फिर वर्तमान के दिनों में, व्लाद की मुलाकात इस आधुनिक शहर (लंदन) की सड़क पर मीना नाम की औरत से होती है, जो बिलकुल उसे मिरेना की याद दिलाती है, और बातों बातों में वह उन कविता की पंक्तियों को दोहराते हैं जो उनके बीच होती है। वहीं व्लाद को शापित करने वाला पिशाच भी, सामान्य इंसानों की तरह अब जीवित दिखाई पड़ता है, अपने से दूर जाते देख उनके पीछे चल पड़ता है, और पहले से रचे योजना में ड्रैकुला के भविष्य के बारे में कहता है, "तो फिर तमाशा शुरू किया जाए !"

कास्ट

चरित्र साँचा:flagicon अभिनेता मूल साँचा:flagicon हिन्दी डबिंग
व्लाद III टेपेस ल्यूक इवांस मनोज पांडे
मिरेन/मीना सारा गेडाॅन ---
मेहमेद II डोमिनिक कूपर ---
इंगेरस आर्ट पार्किंसंस ---
मास्टर पिशाच चार्ल्स डांस ---
अज्ञात भूमिका चार्ली कॉक्स ---
कज़न विलियम ह्यूस्टन ---
हमजा बेय फर्डिनेंड किंग्सले ---
कप्तान पितृ नूह हुन्त्लेय ---
अध्यापिका डिलन ग्वीन ---
शकलगीम जैच मकगोवन ---
सीमिों "द वाइज" रोनन विबेर्ट ---
डिमित्रु दिअरमाइड मुर्ताघ ---
ब्राइट आईज थॉर क्रिस्टजनस्सों ---
ओमर यूसुफ लांग ---
घायल अतिरिक्त #१ डमैन किवलेहैं ---
लंबे तलवारबाज #१ एम.सी. नोवेल ---
लंबे तलवारबाज #२ मिक सॉयर ---

हिन्दी डबिंग कर्मचारी

सन्दर्भ

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