ड्यून (उपन्यास)

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फ़्रैंक हर्बर्ट द्वारा बनाया गया काल्पनिक रेगिस्तानी ग्रह अर्राकिस का एक चित्र

ड्यून अमेरिकी लेखक फ़्रैंक हर्बर्ट द्वारा सन् १९६५ में प्रकाशित विज्ञान कथा उपन्यास है। १९६६ में इसने ह्यूगो पुरस्कार जीता और १९६६ में नॅब्युला पुरस्कार जीता: यह दोनों ही हर साल छपने वाली सर्वश्रेष्ठ विज्ञान कथा को दिए जाते हैं।[१][२] ड्यून की १.२ करोड़ से अधिक प्रतियाँ बिक चुकी हैं और इसे विश्व का सब से ज़्यादा बिकने वाला विज्ञान कथा उपन्यास माना जाता है।[३] इसके प्रकाशन के बाद फ़्रैंक हर्बर्ट ने इसकी कथा को पाँच और ड्यून उपन्यासों में आगे बढ़ाया।

पृष्ठभूमि

ड्यून वर्तमान से २३,००० वर्षों से भी अधिक भविष्य में दर्शाई गई कहानी है। मनुष्य ब्रह्माण्ड में फैल गए हैं और अनगिनत ग्रहीय मंडलों पर रहते हैं। इसपर एक मानवीय साम्राज्य फैला हुआ है, जिसके राजवंश का नाम कोर्रिनो वंश (House Corrino) है और उसी का वंशज शद्दाम चतुर्थ (Shaddam IV) सम्राट है। पूरे ब्रह्माण्ड को विभिन्न परिवारों में बाँटा जा चुका है और यह सभी कुल कोर्रिनो वंश से वफ़ादारी के बंधन में बंधे हैं लेकिन एक-दूसरे से भयंकर लड़ाइयाँ और दुश्मनियाँ रखते हैं। सम्राट भी इन लड़ाइयों को छुपकर बढ़ावा देता है ताकि कोई भी अन्य कुल इतना शक्तिशाली न बन सके कि कोर्रिनो वंश को कभी भी चुनौती दे पाए। कहानी से १०,००० वर्ष पूर्व बट्लरीयाइ जिहाद (Butlerian Jihad) नाम का एक महायुद्ध लड़ा गया था जिसकी वजह से कम्प्यूटरों और मशीनी बुद्धियों पर सख़्त पाबंदी लगा दी गई है। उनकी बजाए कुछ मॅन्टैट (mentat) नामक तीव्र-बुद्धि मनुष्य उभर गए हैं जो कम्पूटरों का काम कर पाते हैं और इन कुलों की सेवा में नौकरी करते हैं।

इनके अलावा दो और संगठन दिखाए गए हैं जिनका पूरे साम्राज्य पर प्रभाव है। पहला संगठन अन्तरिक्षी संघ (Spacing Guild) है जिन्होनें गणित पर महारत प्राप्त कर ली है। इनमें यान-संचालक (navigators) शामिल हैं, जिनमें दिक् को मोड़ने की क्षमता है और केवल वही अंतरिक्ष में एक स्थान से दूसरे स्थान तक यात्रा करवा सकते हैं। दूसरा संगठन बेने जॅज़ॅरिट (Bene Gesserit) नाम का पुजारिनों का संघ है, जिसमें केवल स्त्रियाँ शामिल हैं। इन्होने अद्भुत मानसिक शक्तियों का विकास किया है जिनसे यह अन्य लोगों को प्रभावित कर सकती हैं। बेने जॅज़ॅरिट के सम्राट और कई अन्य कुलों के साथ सम्बन्ध हैं। उनके धर्म में एक ऐसे पुरुष के आने की भविष्यवाणी है जिसमें पुरुष होने के बावजूद बेने जॅज़ॅरिट की शक्तियाँ चरम मात्रा में होंगी। उसे वे क्विसट्ज़ हादेराख़ (Kwisatz Haderach) के नाम से बुलाती हैं। उन्होने कुलों में एक-दूसरे से शादियों में भी बहुत दख़ल दिया है ताकि योग्य स्त्री-पुरुषों के आपस में विवाह से क्विसट्ज़ हादेराख़ के पैदा होने की संभावनाएँ बढ़ जाएँ। बेने जॅज़ॅरिट की स्त्रियाँ अपनी मानसिक शक्तियों को प्राण-बिंदु (prana-bindu) नामक ध्यान-प्रणाली से उभारती हैं।

अन्तरिक्षी संघ और बेने जॅज़ॅरिट की यह शक्तियाँ एक मेलोन्झ़ (melange) नामक पदार्थ ग्रहण करने पर निर्भर करती हैं, जिसे कभी-कभी "मसाला" (spice) बुलाया जाता है। इसे खाने वालों की आयु लम्बी हो जाति है और उन्हें भविष्य का भी कुछ बोध होने लगता है। मेलोन्झ़ केवल एक ही ग्रह पर मिलता है, जिसका नाम अर्राकिस (Arrakis) है। अर्राकिस का समूचा ग्रह एक भयंकर रेगिस्तान है। उसपर केवल एक फ़्रॅमॅन (Fremen) नाम की मनुष्य जनजाति रहती है, जो ख़ुंख़ार लड़ाके हैं और रेगिस्तान में रहने वाले भीमकाय रेतकृमियों (sandworms) पर सवारी करते हैं। यह भयंकर रेतकृमि आधे किलोमीटर लम्बे और १५० फ़ुट मोटे होते हैं। पानी की कमी से फ़्रॅमॅन क़बीलों में कुछ अजीब धार्मिक और सामाजिक धारणाएँ आ गई हैं। किसी की मृत्यु होनेपर उसके शरीर का सारा पानी निकलकर बचा लिया जाता है। थूकने को स्वागत का संकेत माना जाता है क्योंकि इसमें थूकने वाला अपने शरीर के पानी का कुछ अंश न्योछावर कर रहा है। वे मेलोन्झ़ भी बहुत खाते हैं, जो उन्हें अपनी जान जोखिम में डालकर रेतकृमियों को मारकर मिलता है। अन्य मनुष्यों की तुलना में चोट लगने पर उनका रक्त फ़ौरन बहना बंद हो जाता है ताकि शरीर से पानी न निकले। उनकी नज़रों में साधारण मनुष्यों के चेहरे पर "पानी का मोटापा" नज़र आता है, यानि उन्हें साफ़ दिखता है कि वह व्यक्ति बहुत अधिक पानी से संपन्न है। बेने जॅज़ॅरिट की स्त्रियाँ इनके धर्म में अपने विचार डालने में हज़ारों सालों से सक्रीय रहीं हैं। यह मानते हैं कि एक दिन इस ग्रह के बहार से एक "लिसान अल-गाइब" (Lisan al-Gaib) नामक पुरुष आकर अर्राकिस पर हरयाली लाएगा और फ़्रॅमॅन जाति के उत्थान में उनका नेतृत्व करेगा। उनका धर्म एक सुन्नी इस्लाम और बौद्ध धर्म के ज़ेनसुन्नी (Zensunni) नामक मिश्रण से हज़ारों साल पूर्व शुरू हुआ था।

ड्यून का उपन्यास ऍट्रेइडीज़ कुल (House Atreides) के राजकुमार पॉल ऍट्रेइडीज़ (Paul Atreides) पर केन्द्रित है। इसके परिवार को सम्राट द्वारा अर्राकिस ग्रह का नियंत्रण सौंपा जाता है। ऍट्रेइडीज़ कुल की शक्ति बढ़ रही थी और सम्राट उसे ख़त्म करना चाहता था। अर्राकिस पर पहले से हार्कोनेन कुल (House Harkonnen) का क़ब्ज़ा था जिसकी ऍट्रेइडीज़ कुल से पुरानी शत्रुता थी। सम्राट ने हार्कोनेन कुल के सरताज, सामंत हार्कोनेन (Baron Harkonnen), के साथ मिलकर ऍट्रेइडीज़ कुल को अर्राकिस पर फंसाकर ध्वस्त करने की साज़िश रची।

कथानक

कहानी के आरम्भ में ऍट्रेइडीज़ कुल का नेतृत्व लेटो ऍट्रेइडीज़ (Leto Atreides) कर रहें हैं और वह अपने परिवार और सेना दल सहित अन्तरिक्षी संघ के यानों में अर्राकिस पहुँचते हैं। उनकी सहभागिनी जॅसिका (Jessica) एक बेने जॅज़ॅरिट है और उसे बेने जॅज़ॅरिट संगठन की महामाता ने आदेश दिया था की वह एक लड़की पैदा करे। बेने जॅज़ॅरिट का ध्येय था के इस लड़की की शादी हार्कोनेन के बेटे से की जाए और उन दोनों की संतान की क्विसट्ज़ हादेराख़ होने की सम्भावना है। जॅसिका ने इस हुक्म का उल्लंघन किया और एक लड़का पैदा कर लिया, जिसका नाम पॉल है। पॉल में कुछ विशेष क्षमताएँ हैं जिनसे उसे अब लगने लगा है कि पॉल ही क्विसट्ज़ हादेराख़ है जो उम्मीद से एक पीढ़ी जल्दी पैदा हो गया है। पॉल को रह-रह कर भविष्य के दृश्य सपनों में और कभी-कभी जागते हुए भी अचानक आते रहते हैं।

जब ऍट्रेइडीज़ परिवार अर्राकिस पहुँचता है तो हार्कोनेन की सेनाएँ उनपर धोखे से हमला करने के लिए तैयार बैठी हैं। उनमें सम्राट ने अपनी भी फौजें वेष बदलकर डाल रखी हैं। लेटो ऍट्रेइडीज़ एक निपुण शासक हैं और अपने लोगों और अर्राकिस की फ़्रॅमॅन आबादी के साथ अच्छा सलूक करते हैं, जिस से उनकी सेना उनके लिए मर-मिटने को तैयार है। हार्कोनेन का हमला होता है लेकिन ऍट्रेइडीज़ सेना उन्हें हरा देती है। हार्कोनेनों ने एक ऍट्रेइडीज़ के चिकित्सक को दबाव डालकर अपना आदमी बना लिया होता है जो धोखे से लेटो ऍट्रेइडीज़ को हार्कोनेनों के हवाले कर देता है। लेटो ऍट्रेइडीज़ मारा जाता है, लेकिन पॉल और जॅसिका बचकर रेगिस्तान में निकल जाते हैं। अर्राकिस पर हार्कोनेन राज फिर आ जाता है और सम्राट की फ़ौजें भी उनकी मदद कर रही होती हैं। वहाँ उन दोनों की शक्तियाँ उनकी एक फ़्रॅमॅन क़बीले का हिस्सा बनाने में मदद करती हैं। पॉल की एक शानी (Chani) नाम की फ़्रॅमॅन प्रेमिका बन जाती है जिस से उनका एक पुत्र पैदा होता है।

धीरे-धीरे पॉल को आभास होता है कि फ़्रॅमॅन एक ऐसी शक्ति हैं जिनके आगे कोई भी नहीं टिक सकता। पॉल की शक्तियाँ देखकर फ़्रॅमॅन भी मानने लगते हैं की यही वह पुरुष हैं जिसके बारे में उनका धर्म बतलाता है। पॉल को एक नया फ़्रॅमॅन नाम दिया जाता है: मुअद'दिब (Muad'Dib)। पॉल अपनी फ़्रॅमॅन सेनाओं के साथ हार्कोनेनों के विरुद्ध जिहाद छेड़ देता है। अब एक लड़ाई का सिलसिला छिड़ जाता है जिसमें पॉल विजयी होने लगता है। उसे एक ऐसा तरीका भी ज्ञात हो जाता है जिस से पूरे ग्रह पर मेलोन्झ़ बनाना बंद हो जाएगा। अगर उसने ऐसा किया तो अन्तरिक्षी संघ, बेने जॅज़ॅरिट और साम्राज्य तीनों ठप्प हो जाएँगे। उपन्यास के अंत में पॉल और सम्राट की आमने सामने की तकरार होती है, जिसके बाद सम्राट अपनी गद्दी छोड़ने को राज़ी हो जाता है। वह अपनी बेटी इरुलन (Irulan) का हाथ पॉल को विवाह में देता है और साम्राज्य एकजुट रखने के लिए पॉल को उस से शादी करनी होती है, हालांकि उसकी वास्तव में पत्नी शानी ही रहती है। पॉल पूरे ज्ञात ब्रह्माण्ड का सम्राट बन जाता है। अन्य उपन्यासों में इसी बिंदु से शुरू कर के कहानी को आगे बढ़ाया जाता है।

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

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