जब प्यार किसी से होता है (1961 फ़िल्म)
जब प्यार किसी से होता है | |
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चित्र:जब प्यार किसी से होता है.jpg जब प्यार किसी से होता है का पोस्टर | |
निर्देशक | नासिर हुसैन |
निर्माता | नासिर हुसैन |
लेखक | नासिर हुसैन |
अभिनेता |
देव आनन्द, आशा पारेख, सुलोचना लाटकर, प्राण |
संगीतकार | शंकर जयकिशन |
छायाकार | दिलीप गुप्ता |
संपादक | बाबू राव |
प्रदर्शन साँचा:nowrap | 1961 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
जब प्यार किसी से होता है 1961 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है जो हिट रही थी। यह नासिर हुसैन द्वारा लिखित, निर्मित और निर्देशित की गई। नासिर की सबसे पहली फिल्म जिसका उन्होंने निर्माण किया। इसमें देव आनंद और नासिर की मनपसंद अभिनेत्री आशा पारेख प्रमुख भूमिकाओं में शामिल थे। प्राण ने फिल्म में खलनायक को निभाया और राजेन्द्रनाथ ने सहायक भूमिका निभाई। यह एकमात्र ऐसी फिल्म थी जिसमें नासिर ने शंकर जयकिशन को संगीत निर्देशक और देव आनंद को नायक के रूप में इस्तेमाल किया। पार्श्वगायक मोहम्मद रफी और लता मंगेशकर थे।
संक्षेप
निशा (आशा पारेख) भारत के नीलगाँव के एक बहुत अमीर परिवार से संबंधित है। वह अब विवाह योग्य है, और उसके व्यापारी पिता, सरदार रूप सिंह चाहते हैं कि वह उनके दोस्त के बेटे सोहन से शादी करे, लेकिन निशा ने उसे नापसंद किया। दार्जिलिंग की ओर एक नृत्य मंडल के साथ यात्रा करते समय, वह अपने पिता के व्यापार सहयोगी के बेटे, पोपट लाल से मिलती है और कुछ दुर्घटनाओं के बाद, दोनों एक-दूसरे से प्यार करने लगते हैं। वह उसे अपने पिता से मिलने के लिए ले जाती है जहां वह अपने व्यापार लेनदेन को अंतिम रूप भी दे सकता है। लेकिन जब रूप अंदर आते हैं, तो उसे पता चलता है कि पोपट गायब हो गया है, और उसके स्थान पर एक और आदमी असली पोपट होने का दावा कर रहा है। निशा का दिल टूट जाता है और वह पोपट से नफरत करना शुरू कर देती है। वह पोपट से मिलती है, जो उसे बताता है कि उसका असली नाम सुंन्दर (देव आनन्द) है और उन दोनों को उनके माता-पिता द्वारा एक-दूसरे से शादी के लिये चुना गया था, लेकिन बाद में रूप ने अपना मन बदल दिया था। निशा उसकी बात मान लेती है और अपने पिता के आशीर्वाद के बिना उससे शादी करने के लिए सहमत होती है। जब विवाह होता है, खन्ना नाम का एक आदमी आता है और निशा को बताता है कि सुन्दर पहले से ही शांति नाम की महिला से शादी कर चुका है, जिसे बाद में उसने मार दिया, और पुलिस द्वारा इस मामले में प्राथमिक आरोपी रहा है।
मुख्य कलाकार
- देव आनन्द — सुन्दर / पोपट लाल / मॉन्टो
- आशा पारेख — निशा सिंह
- सुलोचना लाटकर — मालती
- मुबारक — सरदार रूप सिंह
- राज मेहरा — खन्ना
- राजेन्द्रनाथ — पोपट लाल / चार्ली
- प्राण — सोहन मोफट लाल
- वस्ती — शांति
- दुलारी — रूप सिंह की बहन
संगीत
सभी शंकर जयकिशन द्वारा संगीतबद्ध।
क्र॰ | शीर्षक | गीतकार | गायक | अवधि |
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1. | "सौ साल पहले मुझे तुम से प्यार था" | हसरत जयपुरी | मोहम्मद रफी, लता मंगेश्कर | 3:30 |
2. | "जब प्यार किसी से होता है" | हसरत जयपुरी | मोहम्मद रफी | 3:28 |
3. | "तेरी ज़ुल्फ़ों से जुदाई तो" | हसरत जयपुरी | मोहम्मद रफी | 2:57 |
4. | "ये आँखें उफ्फ़ यम्मा" | हसरत जयपुरी | लता मंगेश्कर, मोहम्मद रफी | 3:31 |
5. | "जब प्यार किसी से होता है" | हसरत जयपुरी | लता मंगेश्कर | 3:27 |
6. | "मोहब्बत इसको कहते हैं" | शैलेन्द्र | मोहम्मद रफी | 3:23 |
7. | "नज़र मेरे दिल के पार" | शैलेन्द्र | लता मंगेश्कर | 3:29 |
8. | "तुम जैसे बिगड़े बाबू से" | हसरत जयपुरी | लता मंगेश्कर | 3:18 |