चावंड
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
इस लेख में सन्दर्भ या स्रोत नहीं दिया गया है। कृपया विश्वसनीय सन्दर्भ या स्रोत जोड़कर इस लेख में सुधार करें। स्रोतहीन सामग्री ज्ञानकोश के उपयुक्त नहीं है। इसे हटाया जा सकता है। (नवम्बर 2018) साँचा:find sources mainspace |
साँचा:if empty | |
---|---|
एक ऐतिहासिक गाँव | |
साँचा:location map | |
निर्देशांक: साँचा:coord | |
देश | भारत |
राज्य | राजस्थान |
जिला | उदयपुर जिला |
संस्थापक | मेवाड़ की तीसरी और अन्तिम राजधानी |
• घनत्व | साँचा:infobox settlement/densdisp |
भाषाएँ | |
• आधिकारिक | हिन्दी |
समय मण्डल | IST (यूटीसी+5:30) |
आई॰एस॰ओ॰ ३१६६ कोड | RJ-IN |
वाहन पंजीकरण | RJ- |
चावंड राजस्थान का एक इतिहास-प्रसिद्ध कस्बा है जो महाराणा प्रताप द्वारा शासित मेवाड़ की अन्तिम राजधानी थी। यह उदयपुर शहर से मात्र 60 किलोमीटर दूर सराड़ा तहसील में पड़ता है । यहां अभी भी एक तहस-नहस हुआ 'प्रतापी किला' खड़ा प्रताप के गौरव की गाथा सुना रहा है। इसी किले के पास महाराणा प्रताप ने माता चामुंडा शक्तिपीठ की स्थापना की।
महाराणा प्रताप ने यहीं अपने जीवन के अन्तिम दिन व्यतीत किये। एक दिन अपने सख़्त धनुष की प्रत्यंचा चढ़ाते समय एक अंदरुनी चोट लगने से प्रताप का निधन हो गया । निधन के बाद बंदोली केजाद व चावंड के बीच बनी केजड़ झील के बीच में इनकी 8 खम्भो की छतरी बनाई गई। आज उनका चावंड में बना ये किला भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के संरक्षण में है।