गोरखपुर हरियाणा अणु विद्युत परियोजना
गोरखपुर हरियाणा अणु विद्युत परियोजना | |
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देश | भारत |
निर्देशांक | साँचा:ifempty साँचा:wikidataOI |
स्थिति | शिलान्यास |
निर्माण शुरू | 2014-15(Planned)साँचा:wikidataOI |
नियुक्त करने की तारीख | 2020-21(Planned)साँचा:wikidataOI |
नियुक्त से बाहर करने की तारीख | साँचा:wikidataOI |
निर्माण लागत | ₹ 20,594 करोड़साँचा:wikidataOI |
स्वामित्व | न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इण्डियासाँचा:wikidataOI |
संचालक | साँचा:wikidataOI |
परमाणु ऊर्जा स्टेशन | |
रिएक्टर प्रकार | PHWR |
विद्युत उत्पादन | |
इकाइयों की योजना बनाई | 4 x 700 MW |
गोरखपुर हरियाणा अणु विद्युत परियोजना एक प्रस्तावित नाभिकीय ऊर्जा संयंत्र है जो हरियाणा के फतेहाबाद जिले के गोरखपुर गाँव में में स्थित होगा। 13 जनवरी 2014 को इस परियोजना के पहले चरण का शिलान्यास प्रधानमंत्री श्री मनमोहन सिंह द्वारा किया गया।[१][२]
परियोजना
2800 मेगावाट की परियोजना के अंतर्गत 700 मेगावाट क्षमता वाले चार रिएक्टरों को दो चरणों में स्थापित किया जाना प्रस्तावित है। प्रथम चरण में 700 मेगावाट के 2 यूनिट होंगे। यह कार्य 2020-21 में पूरा होने की संभावना है।[१]
== भर्ती = पहली कर्मचारी नाम लिस्ट जारी 12.112019 को होगी ।
टेक्नोलॉजी
यह संयंत्र भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा विकसित स्वदेशी प्रौद्योगिकी पर आधारित है।[१] और निर्माणाधीन काकरापार एटॉमिक पॉवर स्टेशन की यूनिट 3 व 4 तथा राजस्थान एटॉमिक पॉवर स्टेशन की यूनिट 7 व 8 के समान हैं। आकार और डिज़ाईन विशेषताएँ तारापुर एटॉमिक पॉवर स्टेशन की 540 MWe क्षमता वाली यूनिट 3 व 4 के लगभग समान हैं।[३]
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ अ आ इ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ सन्दर्भ त्रुटि:
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