गिल्बर्ट न्यूटन ल्यूइस
गिल्बर्ट न्यूटन ल्यूइस (Gilbert Newton Lewis ; सन् १८७५-१९४६) अमेरिका के रसायनज्ञ थे जो सहसंयोजक बंध की खोज एवं इलेक्ट्रान-युग्म के काँसेप्ट देने के लिए प्रसिद्ध हैं। ल्युइस ने ऊष्मागतिकी, प्रकाशरसायन, तथा समस्थानिक विलगन (आइसोटोप सेपरेशन) पर भी काम किया तथा अम्ल और क्षार का कांसेप्ट भी दिया।
ल्युइस का जन्म मैसाचुसेट्स प्रदेश के बोस्टन नगर के पास हुआ था। आप हारवार्ड विश्वविद्यालय के स्नातक थे और यहीं से सन् १८९९ में आपने पी-एच. डी. की डिग्री प्राप्त की।
सन् १९०४ में आप फिलिपीन द्वीप में बाट और मापों के पर्यवेक्षक तथा वैज्ञानिक विभाग में रसायनज्ञ नियुक्त हुए, किंतु एक वर्ष पश्चात् ये मैसाचुसेट्स के इन्स्टिट्यूट ऑव टेक्नॉलोजी की भौतिकी रसायन प्रयोगशाला में अनुसंधान करने लगे। सन् १९१२ में आपकी नियुक्ति कैलिफॉर्निया विश्वविद्यालय (बर्कली) में रसायन के प्रोफेसर तथा कॉलेज के डीन के पद पर हुई। प्रथम विश्वयुद्ध के समय सैनिक सेवा की। इसके बाद ये फिर कैलिफॉर्निया विश्वविद्यालय लौट आए। यहाँ आपने संयोजकता तथा परमाणुओं और अणुओं की संरचना पर तथा रैंडैल के सहयोग से, 'ऊष्मागतिकी तथा रासायनिक पदार्थों की मुक्त ऊर्जा' पर दो महत्वपूर्ण ग्रंथ लिखे।
ल्यूइस ने संयोजकता के आधुनिक सिद्धांत की नींव डाली तथा अम्ल और क्षारक की धारणा को विस्तृत रूप दिया। भारी हाइड्रोजन को आपने ही सर्वप्रथम वियुक्त किया था। आपके अनुसंधानों से जैविक पदार्थों के रंगों तथा प्रतिदीप्ति और स्फुरदीप्ति की जटिल प्रक्रियाओं के समझने में बड़ी सहायता मिली।