गजरौला
साँचा:if empty गजगढ़ | |
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निर्देशांक: साँचा:coord | |
ज़िला | अमरोहा ज़िला |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
देश | साँचा:flag/core |
संस्थापक | ठाकुर जय राम सिंह जी |
नाम स्रोत | राजा गज सिंह |
ऊँचाई | साँचा:infobox settlement/lengthdisp |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | ५५,०४८ |
• घनत्व | साँचा:infobox settlement/densdisp |
भाषाएँ | |
• प्रचलित | हिन्दी |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
पिनकोड | 244235 |
दूरभाष कोड | 05924 |
वाहन पंजीकरण | UP-23 |
गजरौला (Gajraula) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के अमरोहा ज़िले में स्थित एक नगर व नगर पालिका परिषद है। गजरौला गंगा नदी की पूर्वी ओर राष्ट्रीय राजमार्ग 24 व राष्ट्रीय राजमार्ग ९ पर स्थित है। यह राजमार्ग उसे पश्चिम दिशा में गंगा की दूसरी पार गढ़मुक्तेश्वर से जोड़ता है।
नामकरण
गजरौला का नाम राजा गज सिंह जी के नाम पर पड़ा हैं। वो अक्सर यहाँ के जंगलों में अपने हाथियों के साथ शिकार पर आते थे। जब हाथी थे तो वे शोर भी करते होंगे। इसलिए इसे इस तरह समझा जा सकता है। गज+रौला इसलिए हाथियों के शोर की वजह से नगर का नाम गजरौला पड़ा। इसके अलावा भी कई कहानियाँ प्रचलित हैं। राजपूत राजा गज सिंह जी का लश्कर जॅगली जानवरॊ का शिकार करने गजरौला के आस पास व बास्टा और खानपुर खादर के जॅगलॊ में जाया करते थे।
संस्थापक
गजरौला नगर के संस्थापक जयराम सिंह जी थे। जिन्होंने सन 1921 में गजरौला को बसाया था। सबसे पहले उन्होंने क्षत्रिय परंपरा के अनुसार हनुमान मंदिर का निर्माण कराया था। जो कि यहाँ पर आज भी उपस्थित है।
सुविधाएं
गजरौला में एक विशाल भगवान राम जी का मॅदिर है। गजरौला से ८ किमी दूरी पर गंगा नदी है। जिसे तिगरी धॉम के नाम से जाना जाता है एवं तिगरी को मुक़ित धाम के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ हर साल काति॔क पूणि॔मा कॊ गॅगा मेला लगता है जहॉ पर लाखो लौग उस मेले में गंगा में नहा कर पुण्य कमाते हैं। श्रदृालुओ की अपेछा सॅसाधनो का अभाव है। गजरौला से १२ किमी पर वॄजघाट धाम गॅगा नदी किनारे बसा है। गजरौला में उतर रेलवे का जॅक़शन है। यहाँ से प॒तिदिन हजारो याञी दिऌी मुरादाबाद लखनऊ देहरादून नजीबाबाद सहारनपुर हरिदृार को याञा करते हैं। जबकि गजरौला में कम रेलो का ठहराव है। इस बजह से याञी रॊडबेज बस का सहारा लेते हैं। चूकि गजरौला से ०८ किमी पर गॅगा नदी है। इसलिए गजरौला में बहुत समय पहले जॅगली जानवर आते थे। माना जाता है कि गजरौला में किसी समय जब यहाँ काफी जॅगल था तब यहाँ हाथियों की काफी संख्या हुआ करती थी
वर्तमान में यह एक नगर पालिका बन चुका है
उद्योग
गजरौला में छोटे-बड़े कई उद्योग लगे हुए हैं। इसलिए गजरौला को औद्योगिक नगरी भी कहा जाता है। यहां स्थापित उद्योगों में सबसे बड़ी फैक्टरी का नाम जुबीलेंट लाइफ सांइसेस है जो पहले वाम ऑर्गेनिक नाम से जानी जाती थी। उद्योग इस प्रकार हैं :
- जुबीलेंट लाइफ साइन्सेज़
- उमंग डेयरी
- इन्सिल्को
- ए.स.पी
- कोरल न्यूज़ प्रिंट
- रौनक
- टेवा एपीआइ लि
- यू.एस.फूड्स लि.
- शिवालिक सेलोलॉस
- चड्डा रबर
- करीब 25 -30 अन्य छोटे उधोग
शिक्षा
विश्वविद्यालय
- श्री वेंकटेश्वर विश्वविद्यालय
कॉलेज
- रमाबाई अंबेडकर राजकीय महाविद्यालय
- आईएमएस पॉलिटेक्निक
- श्री राम कॉलेज
- आनंद डिग्री कॉलेज,धनौरा रोड,गजरौला
- विद्या भारती आईटीआई,गजरौला
अंग्रेजी माध्यमिक संस्थान
- नागपाल इंटरनेशनल स्कूल
- केएसके अकादमी
- सैंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल
- विश्व बंधू अकादमी
- नोबेल पब्लिक स्कूल
- राजेंद्र अकादमी
- जे०वी० इंटरनेशनल स्कूल,बसती गजरौला,सलेमपुर गौसांई
- कारमेल पब्लिक स्कूल नवादा रोड गजरौला
हिंदी माध्यम उत्तर प्रदेश बोर्ड द्वारा संचालित
- जय भारत इंटर कालेज
- शिव इंटर कालेज
- ज्ञान भारती इंटर कालेज
- यश पब्लिक इंटर कॉलेज
- नारायण सिंह स्मारक इंटर कॉलेज
- हुकुम सिंह चड्ढा इंटर कॉलेज
समाचार पत्र
यहाँ पर गजरौला टाइम्स एवं गजरौला न्यूज (डिजिटल) समाचार पत्र है।