केविन ओ'ब्रायन (क्रिकेटर)

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
(केविन ओ'ब्रायन से अनुप्रेषित)
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
Kevin O'Brien
लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
व्यक्तिगत जानकारी
पूरा नाम Kevin Joseph O'Brien
जन्म साँचा:br separated entries
मृत्यु साँचा:br separated entries
बल्लेबाजी की शैली Right-hand
गेंदबाजी की शैली Right arm medium-fast
भूमिका All-rounder
परिवार Brendan O'Brien (father)
Niall O'Brien (brother)
अंतर्राष्ट्रीय जानकारी साँचा:infobox
घरेलू टीम की जानकारी
वर्षटीम
2006–2009 Ireland
2001–present Railway Union
2009 Nottinghamshire
साँचा:infobox cricketer/career
स्रोत : CricketArchive, 21 मार्च 2011

केविन जोसेफ ओ'ब्रायन (जन्म - 4 मार्च 1984 डबलिन) एक आयरिश क्रिकेटर हैं जो कि रेलवे यूनियन क्रिकेट क्लब के लिए खेलते हैं और इन्होंने विश्व कप में सबसे तेज शतक लगाने का रिकॉर्ड कायम किया है, 2 मार्च 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय में उन्होंने 50 गेंदों में शतक जड़ा. ऑल राउंडर ओ'ब्रायन एक दाएं हाथ के मध्यम-निम्न क्रम के आक्रामक बल्लेबाज हैं और दाएं हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज हैं। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय एक दिवसीय की शुरूआत 2006 में आयरलैंड के उद्घाटन मैच में की। ओ'ब्रायन ने 2009 में नॉटिंघमशायर के लिए खेला और 2010 में आयरलैंड क्रिकेट अनुबंध के साथ उन्हें सम्मानित किया गया और बोर्ड के साथ फुल-टाइम अनुबंधित 6 खिलाड़ियों में से उन्हें एक बनाया गया।

व्यक्तिगत जीवन और शिक्षा

ओ'ब्रायन की शिक्षा मिरयन कॉलेज बॉल्सब्रिज में हुई है।[१][२] उन्होंने विपणन और विज्ञापन में डिग्री हासिल की है।[३] उनके भाई निएल भी आयरिश क्रिकेट टीम के एक सदस्य हैं। उनके पिता ब्रेंडन आयरलैंड के लिए 52 बार खेले थे। क्रिकेट खेलने वाले वे पांच ओ'ब्रायन भाइयों में से एक हैं।[४]

कैरियर

केविन ओ'ब्रायन ने 2004 के अंडर 19s वर्ल्ड कप में आयरलैंड का प्रतिनिधित्व किया जिसमें उन्होंने 241 रन बनाए और जिसकी मदद से टीम ऑस्ट्रेलिया से हारने से पहले प्लेट सेमी फाइनल तक पहुंची थी। अगले वर्ष उन्होंने एमसीसी यंग क्रिकेटरों के लिए खेला।[५]

जून 2006 में उन्होंने बेलफास्ट में इंग्लैंड के खिलाफ आयरलैंड के उद्घाटन मैच में अन्तर्राष्ट्रीय वनडे कैरियर की शुरुआत की। आयरलैंड की टीम ने पहले गेंदबाजी की और उन्होंने अपने 10 ओवरों से 47 रन देकर 1 विकेट हासिल किया क्योंकि इंग्लैंड 301 रन बनाने में कामयाब हुआ था। उन्होंने अपनी पहली ही गेंद में कप्तान एंड्रयू स्ट्रॉस का विकेट लिया था जिनका कैच स्कैयर लैग में एंड्रे बोथा ने लिया। 8वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए ओ ब्रायन ने 48 गेंद में 35 रन किए लेकिन आयरलैंड इस मैच में 38 रन से हार गई।[२][६]

केनिया में विश्व क्रिकेट लीग में भाग लेते हुए इस अभियान में आयरलैंड का सफर निराशाजनक रहा लेकिन ओ'ब्रायन काफी हद तक सफल रहे। बरमूडा के खिलाफ टूर्नामेंट के दूसरे मैच में ओ'ब्रायन ने अपने कैरियर का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करते हुए 38 रन देकर मध्यम क्रम के बल्लेबाज डेविड हेम्प और लियोनेल केन के विकेट के रूप में 2 विकेट लिए। जवाब में उन्होंने अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय अर्द्ध शतक लगाते हुए शानदार 54 रन की पारी खेली और अभी 8 गेंदें बची ही थी कि टीम की जीत हुई। अगले मैच में जब आयरलैंड ने केनिया के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए 284 रन बनाए, इस मैच में ओ'ब्राएन ही थे जिन्होंने आधे रन बनाए। उनके 142 रनों की पारी किसी आयरिश बल्लेबाज द्वारा सबसे उच्चतम स्कोर था और यह विशाल स्कोर उन्होंने 128 गेंदों में बनाए जिसमें 10 चौके और 6 छक्के भी शामिल थे। उसके बाद आयरलैंड का सामना कनाडा से हुआ और ओ'ब्रायन ने अपने अच्छे फॉर्म को जारी रखा और लगातार तीसरी बार अर्द्ध शतक से अधिक रनों की श्रृंखला को बरकरार रखा और शानदार 52 रन बनाए। टूर्नामेंट के अंतिम खेल में आयरलैंड का सामना नीदरलैंड से हुआ, इस मैच में बल्लेबाजी में नाकाम होने के बावजूद ओ'ब्रयन ने 2 विकेट लिए। उन्होंने लीग में 52.80 के औसत से 263 रनों के साथ दूसरे स्थान के सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बने।

ओ'ब्रयन का अगला दौरा कैरिबियाई में 2007 विश्व कप था और यह दौरा उनके लिए महत्वपूर्ण चुनौती था क्योंकि पिछले 7 एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैचों में से 6 मैच टेस्ट मैच नहीं खेलने वाले देशों के साथ था। उनका पहला मैच जिम्बाब्वे के खिलाफ था और मैंच का परिणाम टाई रहा क्योंकि जिम्बाब्वे का अंतिम चरण में प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। ओ'ब्रायन 49वें ओवर में गेंदबाजी के लिए आए जब जिम्बाब्वे को 12 गेंदों में केवल 9 रनों की आवश्यकता थी और साथ ही 3 विकेट भी बचे थे। उनकी पहली गेंद फुलटॉस थी लेकिन ज़िम्बाब्वे के कप्तान प्रोस्पर उत्सेया ने कवर पर खड़े इयोन मॉर्गन को कैच थमा दिया और विश्व कप में उनका पहला विकेट था। ओ'ब्रयन की अंतिम गेंद में क्रिस पोफु रन-आउट हो गए और उन्होंने बिना कोई रन दिए अपने ओवर की समाप्ती की। आयरलैंड का अगला मैच पाकिस्तान के खिलाफ रहा, इस मैच में उन्होंने टेस्ट खेलने वाले पाकिस्तान टीम को 132 रन में सीमित किया जिसमें ओ'ब्रायन ने शोएब मलिक का विकेट लिया। ओ 'ब्रायन बल्लेबाजी करने उस समय आए जब आयरलैंड का स्कोर 70/4 था, उन्होंने अपने भाई निएल के साथ मिलकर 38 रन की साझेदारी की। अंततः आयरलैंड ने 3 विकेट से जीत हासिल की जिसमें ओ' ब्रायन ने 52 गेंदों में 16 रन बनाए और नाबाद रहे। टूर्नामेंट में उनका सर्वाधिक स्कोर न्यूजीलैंड के खिलाफ सुपर एइट के मैचों में रहा जहां उन्होंने 49 रन बनाए जिसमें 3 छक्के भी शामिल थे। वे अर्द्ध शतक से चूक गए क्योंकि उनके भाई के द्वारा रन आउट हो गए। यकीनन विश्व कप में उनका सबसे अच्छा प्रदर्शन बांग्लादेश के खिलाफ तेजी से बनाए गए 48 रनों की पारी थी जिसके चलते आयरिश टीम की ऐतिहासिक जीत हुई।

8 जून 2009 को ट्वेंटी -20 विश्व कप में बांग्लादेश के खिलाफ ओ' ब्रायन की मदद से आयरलैंड ने जीत हासिल की। [७] 7 आयरलैंड खिलाड़ियों में ओ' ब्रायन एक थे जिनका नामांकन 2009 एसोसिएट एंड एफलिएट प्लेयर ऑफ द इयर के लिए हुआ था (इसमें चौदह खिलाड़ियों का नामांकन हुआ था)[८] हालांकि उन्हें शोर्टलिस्ट नहीं किया गया।[९] [nb १]

परीक्षण आधार पर 2009 में ओ' ब्रायन का अनुबंध नॉटिंघमशायर काउंटी क्लब क्रिकेट के लिए किया गया। पिछले सीज़न में ओ' ब्रायन ने क्लब के खिलाफ 93 रन बनाए, नॉटिंघमशायर के क्रिकेट के निर्देशक माइक नेवेल को प्रभावित किया था। इंग्लैंड के घरेलू प्रतियोगिता फ्रेंड प्रोविडेंट ट्रॉफी में आयरलैंड की हार के बाद वे क्लब में शामिल हुए.[११] क्लब के साथ उनके कार्यकाल में, ओ' ब्रायन ने आठ लिस्ट ए मैच खेले, जिसमें उन्होंने 13.16 की औसत से 79 रन बनाए, इसमें उनका सर्वाधिक स्कोर 42 रहा[१२] और 72 रन देकर 1 विकेट लिए,[१३] उन्होंने नॉटिंघमशायर के लिए पांच ट्वेंटी 20 मैच भी खेला, जिसमें उन्होंने 31 रन बनाए और दो विकेट लिए। [१४][१५]

क्रिकेट आयरलैंड, आयरलैंड क्रिकेट के गवर्निंग बॉडी ने जनवरी 2010 में पूर्ण-समय अनुबंध से ओ' ब्रायन को सम्मानित किया। क्रिकेट आयरलैंड में ऐसे अनुबंध को प्राप्त करने वाले वे छह खिलाड़ियों में से एक हैं,[१६] और आयरलैंड के क्रिकेटरों के लिए पेशेवर अनुबंध से सम्मानित करने के एक साल बाद ही ऐसा हुआ। इससे पहले खिलाड़ी अन्य नौकरियों से आय पर निर्भर थे और अपने खाली समय में क्रिकेट खेलने के शौकीन थे। अनुबंध ने आने वाले 2011 विश्व कप में अच्छे प्रदर्शन के लिए ओ' ब्रायन और दूसरे खिलाड़ियों को क्रिकेट में ध्यान देने की अनुमति दी। [१७]

श्रीलंका एसोसिएट्स ट्वेंटी 20 सीरीज में अफगानिस्तान के खिलाफ ओ' ब्रयन का प्रदर्शन काफी खराब रहा। बल्लेबाजी करते हुए आउट होने से पहले वे किसी तरह 2 गेंदो में 1 रन बनाने में कामयाब रहे। उनकी गेंदबाजी का आंकड़ा 0-34 रहा लेकिन किसी तरह आयरलैंड ने 5 विकेट से जीत दर्ज की। कनाडा के खिलाफ उनके दूसरे मैच में ओ' ब्रायन की गेंदबाजी आंकड़ा 0-38 रहा और 5 गेंदों वे केवल 2 रन ही बना पाए और आयरलैंड केवल चार रन से हार गई। तीसरे और अंतिम खेल (श्रीलंका के खिलाफ), ओ' ब्रायन दो ओवर में बिना विकेट के 15 रन दिए। वे केवल दस गेंदों में 11 रन बनाने में कामयाब रहे, हालांकी आयरलैंड ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन 5 विकेट से हार गया।

2010 में ओ' ब्रायन को एसोसिएट एंड एफलिएट प्लेयर ऑफ द इयर के अवार्ड के लिए नामांकित किया गया, इस बार आयरलैंड के दो और खिलाड़ियों का भी नाम इसमें नामित था (कुल 16 खिलाड़ियों में से तीन थे)[१८], यह पुरस्कार नीदरलैंड्स के रयान टेन डोएशेट को दिया गया।[१९] ओ' ब्रायन को 2011 विश्व कप में आयरलैंड के 15 सदस्यीय टीम के लिए चयनित किया गया।[२०]

ओ' ब्रायन को 2011 विश्व कप में आयरलैंड के 15 सदस्यीय टीम के लिए चयनित किया गया।[२१] 2 मार्च को एम चिन्नास्वामी स्टेडियम, बेंगलूर में इंग्लैंड के खिलाफ ओ' ब्रायन ने केवल 50 गेंदों में शतक जड़ कर विश्व कप के इतिहास में सबसे तेज शतक बनाने का रिकॉर्ड दर्ज किया,[२२] 328 रनों के जवाब पारी में अपने टीम को जीत दिलाने में महती भूमिका निभाई, जबकि एक समय में आयरलैंड का स्कोर 111/5 था।

खेल शैली

ओ' ब्रायन एक अच्छे बल्लेबाज हैं और उनमे गेंद को मैदान के बाहर भेजने की क्षमता भी है।[२३] 2011 के विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ उनके रिकार्ड-ब्रेक शतक में उन्होंने टूर्नामेंट में सबसे लम्बा छक्का लगाया है।[२४] उनके भाई निएल ने कहा कि 'फील्ड में वह क्रोधित था, वह चारों तरफ चक्कर लगा रहा था। .. जब भी वह ऐसा करता है, सींग द्वारा बैल से चुनौती के लिए तैयार हो जाता है।[२३] आयरलैंड के कोच फिल सिमंस ओ' ब्रायन के बारे में टिप्पणी करते हुए कहा कि "उससे बल्लेबाजी के लिए काफी उम्मीद की जाती हैऔर उसने स्पिन गेंदबाजी को खेलने के लिए काफी अभ्यास किया है। काउंटी खेलने की सुविधा तो उसे नहीं मिली लेकिन अपने देश में उसने काफी अभ्यास किया है।"[२५]

फुटनोट्स

साँचा:reflist

सन्दर्भ

साँचा:reflist

बाहरी कड़ियाँ

साँचा:navbox साँचा:Ireland Squad 2007 Cricket World Cup साँचा:navbox


सन्दर्भ त्रुटि: "nb" नामक सन्दर्भ-समूह के लिए <ref> टैग मौजूद हैं, परन्तु समूह के लिए कोई <references group="nb"/> टैग नहीं मिला। यह भी संभव है कि कोई समाप्ति </ref> टैग गायब है।