किताब-उल-हिन्द
(किताब-उल-हिंद से अनुप्रेषित)
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किताब-उल-हिन्द | |
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लेखक | अल-बेरुनी |
देश | उज्बेकिस्तान |
भाषा | अरबी |
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किताब-उल-हिन्द अरबी में लिखी गई अल-बेरुनी की एक कृति है। इसकी भाषा सरल और स्पष्ट है। यह एक विस्तृत ग्रन्थ है जिसमें धर्म और दर्शन ,त्योहारों ,खगोल-विज्ञान ,रीति-रिवाजों तथा प्रथाओं ,सामाजिक जीवन ,भार-तौल तथा मापन-विधियों ,मूर्तिकला , कानून , मापतंत्र विज्ञान आदि विषयों का विवेचन किया गया है।
अल-बिरुनी ने किताब-उल-हिन्द उस समय हिंदुस्तान के सीमावर्ती क्षेत्रों में रह रहे लोगों के लिए लिखा था । सन 1500 ई. के बाद भारत में किताब-उल-हिन्द को लोगों ने अच्छे से पढ़ना शुरू किया क्योंकि महमूद ग़ज़नी के भारत पर ग्यारहवी शताब्दी में आक्रमण और तेरहवीं सदी में सल्तनत की स्थापना के साथ ही भारत के लोगों का निष्कंटक सम्पर्क अरब दुनिया से तेजी से होने लगा ।
किताब उल हिंद को भारत की खोज अथवा
तहकीक ए हिंद के नाम से भी जानते है
अरबी भाषा में ब्लभारत पर लगभग 20 पुस्तके लिखा है जिसमे भारत की खोज प्रमुख है
अलबरूनी पहला मुसलमान था जिसने पुराणों को अध्ययन किया
विशिष्ट शैली
अल-बेरुनी ने अपने ग्रन्थ किताब-उल-हिन्द के प्रत्येक अध्याय में एक विशिष्ट शैली का प्रयोग किया है , जिसमें आरम्भ में एक प्रश्न होता था , फिर संस्कृतवादी परम्पराओं पर आधारित वर्णन था। [१][२]