कर्म काण्ड वैदिक कर्मकांड का तात्पर्य दक्षिणा के बदले में स्वामियों या धार्मिक ब्राह्मणों द्वारा दी जाने वाली अनुष्ठानिक सेवाओं से है । काल की देव:कोटी रीतियों का नाम है।