एलॉय व्हील (मिश्र धातु के पहिये)
मिश्र धातु के पहिये (रिम के नाम से भी प्रचलित) वाहनों (कार, मोटरसाइकिल और ट्रक) के पहिये होते हैं जो एलुमीनियम या मैग्नीशियम (या कभी कभी दोनों के मिश्रण से) की मिश्र धातु से बनाये जाते हैं। यह सामान्य पहियों के समान शक्तिशाली किन्तु वज़न में उनसे हल्के होते हैं और बेहतर ऊष्मा सुचालन करते हैं तथा दिखने में भी अधिक सुन्दर होते हैं।
विशेषताएं
ऊपरी कमानी का वज़न कम करने के कारण हल्के पहिये बेहतर चालन प्रदान करते हैं, इससे सस्पेंशन को और बेहतर ढंग से मार्ग का अनुसरण करने की स्वतंत्रता मिलती है और पकड़ भी बेहतर हो जाती है, हालांकि सभी मिश्र धातु वाले पहिये अपने स्टील समकक्षों की तुलना में हल्के नहीं होते. वाहन के समग्र भार में कमी से भी ईंधन खपत कम करने में सहायता मिलती है।
बेहतर ऊष्मा चालन ब्रेक के माध्यम से ऊष्मा के उत्सर्जन में सहायता करता है जो और अधिक दबावपूर्ण चालन (ड्राइविंग) परिस्थितियों में ब्रेक की कार्यक्षमता को बढ़ाता है और अत्यधिक गर्मी के कारण होने वाली ब्रेक विफलता की सम्भावना को कम करता है।
मिश्र धातु पहिये अपनी अच्छी बनावट के कारण भी खरीदे जाते हैं हालांकि इनमे जिन मिश्र धातुओं का प्रयोग किया जाता है वह जंगरोधक नहीं होती हैं। मिश्र धातुओं के प्रयोग से आकर्षक धात्वीय परिष्कृति के पहिये बनाये जा सकते हैं, लेकिन इनके प्रयोग में पहियों को पेंट या पहिये के कवर द्वारा पूर्ण रूप से ढकने की आवश्यकता होती है। हालांकि इतने बचाव के बाद भी प्रयोगरत पहियों में 3 से 5 साल बाद जंग लग्न शुरू हो जाता है लेकिन अब इनके नवीनीकरण की सुविधा उचित लागत और व्यापक स्तर पर उपलब्ध है। इनकी उत्पादन शैली भी ऐसी है कि जिसके द्वारा जटिल और स्पष्ट डिज़ाइन बनाना संभव है। इसके विपरीत, स्टील के पहियों को साधारण तौर पर धातु की चादर द्वारा दबाव् माध्यम से बनाया जाता है और फिर इन्हें एक साथ जोड़ा जाता है (प्रायः इस प्रक्रिया में भद्दे उभार छूट जाते हैं), जंग से बचाने के लिए इन पर रंग करना और/या पहिये के कवच/हब कैप द्वारा ढकना अत्यंत आवश्यक होता है।
यदि उचित सुरक्षात्मक उपाय नहीं किये जाते हैं तो मिश्र धातु के पहियों में गैल्वेनिक क्षय की सम्भावना अधिक होती है, जिसके परिणामस्वरूप पहियों से हवा का रिसाव हो सकता है। साथ ही मुड़ने पर, मिश्र धातु के पहियों की मरम्मत भी स्टील के पहियों की तुलना में अधिक कठिन होती है, लेकिन इनके ऊंचे दामों के कारण इन्हें बदलने के स्थान पर मरम्मत करवाना ही अधिक उचित होता है और यहां तक कि बुरी तरह से क्षतिग्रस्त पहिये भी एक 10 बिंदु प्रक्रिया[१] द्वारा बिलकुल नए जैसे मरम्मत किये जा सकते हैं, हालांकि यह इस पर निर्भर करता है कि इन पहियों का स्वामी किस सीमा तक इनकी वास्तविक उपयोगिता या उपलब्धता को बचाना चाहता है।
साधारण स्टील के पहियों की तुलना में मिश्र धातु के पहियों का उत्पादन अधिक खर्चीला होता है और इसीलिए इन्हें प्रायः मानक उपकरण के रूप में शामिल नहीं किया जाता, इसके स्थान पर इनका विपणन वैकल्पिक पूरकों या एक अधिक महंगे ट्रिम पैकेज के रूप में किया जाता है। हालांकि एक दशक पहले के समय से तुलना किये जाने पर, जबकि सस्ते वाहनों पर फैक्ट्री से ही मिश्र धातु के पहिये मिलना लगभग असंभव था, उस समय को देखते हुए 2000साँचा:category handler[<span title="स्क्रिप्ट त्रुटि: "string" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।">citation needed], से मिश्र धातु के पहिये काफी प्रचलित हो गए हैं, जो अब सस्ती और सब कॉम्पैक्ट कारों के साथ भी दिए जाते हैं। महंगे दामों वाली लग्ज़री और स्पोर्ट्स कारों के साथ मिश्र धातु के पहिये काफी समय से मानक उपकरण के तौर पर दिए जा रहे हैं, जिसमे बड़े आकार के या "विशिष्ट" मिश्र धातु के पहियों का विकल्प भी मौजूद होता है। मिश्र धातु पहियों के ऊंचे दाम चोरों को आकर्षित करते हैं; इससे निबटने के लिए, वाहन बनाने वाले और बेचने वाले प्रायः लॉकिंग व्हील नट्स का प्रयोग करते हैं जिन्हें खोलने के लिए एक ख़ास चाबी की आवश्यकता होती है।
अधिकांश मिश्र धातु के पहियों का उत्पादन ढलाई द्वारा होता है लेकिन कुछ दबाव प्रक्रिया से बने होते हैं। दबाव प्रक्रिया से बने पहिये आम तौर पर हल्के, मजबूत होते हैं लेकिन ढलाई द्वारा बने पहियों की तुलना में अधिक महंगे होते हैं।साँचा:category handler[<span title="स्क्रिप्ट त्रुटि: "string" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।">citation needed]
आफ्टरमार्केट (द्वितीयक बाज़ार) पहिया
मिश्र धातु पहियों का काफी बड़ा संग्रह (जिसे कभी कभी "मैग्स" कहा जाता है - नीचे देखें) उन वाहन मालिको के लिए उपलब्ध है जो अपनी कार के लिए हल्के, देखने में अधिक आकर्षक, दुर्लभ और/या बड़े पहिये चाहते हैं। कई लोग ऐसा मानते हैं कि बड़े पहियों के इस्तेमाल से वाहन का प्रदर्शन, चालन और सस्पेंशन की कार्यक्षमता स्वतः ही बढ़ जाता है, फिर भी कार और चालक[२] पर एक परीक्षण किया गया जिसमे 15" से लेकर 19" आकार वाले विभिन्न पहियों का इस्तेमाल किया गया ये सभी एक ही प्रकार के व मॉडल के टायर थे और सामान रूप से सुसज्जित थे, इस परीक्षण के परिणाम स्वरुप यह देखने में आया कि दोनों ही प्रकार के बड़े पहियों द्वारा ईंधन किफ़ायत में 0-60 गुना तक की कमी आई. उन्होंने यह भी देखा कि बड़े पहियों से चालन सुविधा और इससे उत्पन्न आवाज़ पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। पहियों का बड़ा वित्तीय बाज़ार और तदनुसार टायरों के दाम और वज़न, दोनों अधिक होते हैं जबकि इनसे मिलने वाला लाभ सीमित होता है। स्पष्ट रूप से बड़े पहियों का मुख्य आकर्षण बिंदु यही है कि वे समृद्धि, इन चीजों के दिखावे में रूचि और सम्पन्नता के द्योतक हैं। यह पहिये पॉप संस्कृति का एक हिस्सा बन चुके हैं (जैसे कि "डब्स").
आफ्टरमार्केट (द्वितीयक बाज़ार) ब्रांड
पहियों के आफ्टरमार्केट (द्वितीयक बाज़ार) ब्रांड में पीडीडब्ल्यू व्हील्स (PDW Wheels), टीएसडब्ल्यू अलॉय व्हील्स (TSW Alloy Wheels), बीएमएफ व्हील्स (BMF Wheels), यूरोटेक व्हील्स (Eurotech Wheels), जेडफ़ोर्स (Zforce), अकुज़ा (Akuza), इन्क्युबस (Incubus), वाइसरा (Viscera), कैट्टिवो (Cattivo), बैलिस्टिक (Ballistic), मेंजारी (Menzari), डेविनो (Devino), इटा बेटा व्हील्स (Eta Beta Wheels), एंटेरा (Antera), मर्केसिनी (Marchesini), स्पार्को (Sparco), स्पीडलाइन (Speedline), टीम डाइनेमिक्स (Team Dynamics), एनएडी व्हील्स (NAD Wheels), आर2 व्हील्स (R2 Wheels), लोवेन्हार्ट (Lowenhart), रायल (Rial), ओरोबिका लाइन (Orobica Line), एम.बी. इटालिया (M.B Italia), कौर्ममेटल (Kormetal), टूर (Toora), जी.एम.पी. इटालिया (G.M.P Italia), वेलानो (Vellano), एमओजेड (MOZ), वटानेब (Watanabe), एसएसआर व्हील्स (SSR Wheels), वोल्फ्हार्ट (Wolfhart), वोल्फरेस (Wolfrace), पैंथर व्हील (Panther Wheel), अमेरिकन रेसिंग व्हील्स (American Racing Wheels), यूएसए रिम (UsaRim), मोटेगी रेसिंग परफौरमेंस व्हील्स (Motegi Racing Performance Wheels), वेल्ड रेसिंग (Weld Racing), बीबीएस व्हील्स (BBS Wheels), सीएमएस (CMS), 5 जाइगेन (5Zigen), वोल्क रेसिंग (Volk Racing) कोनिग व्हील्स (Konig Wheels) और रिम्स्टॉक (Rimstock) शामिल हैं। अधिकांश पहिये ढलाई द्वारा बने होते हैं जबकि ऊपर दिए गए नामों में से कुछ ही दबाव प्रक्रिया से बने होते हैं जैसे वेल्लानो और वेल्ड. तेज़ कार चलाने वाले उत्सुक व्यक्तियों और बड़े व्यास वाले पहियों की बढ़ती हुई मांग की वजह से पिछले कुछ वर्षों (इनमे से कुछ हाल ही में बनी हैं) में कई ऐसी कम्पनियां बनी हैं। एमएचटी व्हील (MHT wheel) डीयूबी (DUB) नाम से एक ऐसे ब्रांड का विपणन करती है जो स्पिनर पहिये बनाते हैं, इन पहियों में, पहिये का केंद्र वाहन के रुक जाने के बाद भी घूमता रहता है और यही कंपनी फ्लोटर (Floater) नाम से भी पहियों का विपणन करती है जिनमे गति के दौरान भी पहिये का केंद्र स्थिर रहता है और ऐसा प्रतीत होता है कि वाहन स्थिर है।
चीन से भेजे जा रहे सस्ते क्रोम के पहियों के कारण भी ढलाई द्वारा बने पहियों की बाज़ार में उपलब्धता आवश्यकता से अधिक है। सिनर्जिस कास्टिंग लिमिटेड (Synergies Castings Ltd) और अन्य कंपनियों के माध्यम से पिछले कुछ समय में भारत भी मिश्र धातु/क्रोम पहियों का एक बड़ा आपूर्तिकर्ता बन गया है। ये कंपनिया प्राथमिक रूप से सस्ते किन्तु अत्यंत कुशल और गुणवत्तापूर्ण श्रम के द्वारा वैश्विक स्तर पर उत्पादों का निर्माण कर रही हैं।
अमेरिकन रेसिंग जो टीआईएस (TIS), टीआईएस मॉड्यूलर (TIS Modular) जैसे अन्य ब्रांड के साथ साथ मोटेगी रेसिंग (Motegi Racing) और वेल्ड रेसिंग (Weld Racing) की स्वामी है, वह आफ्टरमार्केट के क्षेत्र में लगभग 1956 से सक्रिय सबसे पुरानी कंपनी है। सबसे प्राचीन ब्रिटिश कंपनी वुल्फरेस है जो यूरोप में चमकदार पहिये लाने वाली और टीयूवी (TUV) मान्यता प्राप्त करने वाली पहली कंपनी थी। वोल्फरेस ने थ्रस्ट एसएससी (thrust SSC) और यूके की लैंड स्पीड रिकॉर्ड बिड (land speed record bid) के लिए भी पहिये बनाये। उद्योग में एक नए चलन के माध्यम से अब दूर रहने वाले उत्पादनकर्ताओं और स्थानीय आयातकों/वितरकों के मध्य संयुक्त साझेदारी होने लगी है, जैसे कुछ अन्य नामों के साथ पीडीडब्ल्यू व्हील्स (PDW Wheels) जिसकी शुरुआत 2006 में ऑस्ट्रेलिया में हुई। पहियों के अधिकांश ब्रांड अंततः डीलरों के माध्यम से ही बिकते हैं जैसे राइनो ट्यूनिंग.
कुछ "आफ्टरमार्केट" ओरिजिनल इक्विपमेंट मेनुफेक्चरर (Original equipment manufacturer (OEM)) फिटमेंट के रूप में भी उपलब्ध हैं/थे, जिनमे से बीबीएस (BBS), वोक्सवैगन को आपूर्ति करने वाला एक प्रसिद्द ओरिजिनल इक्विपमेंट आपूर्तिकर्ता है।
कुछ उत्पादनकर्ता नमूनों और ढलाई की भी साझेदारी करते हैं, उदहारण के लिए, डुकाटी रोड बाइक्स के लिए मिश्रधातु के पहियों (मैग्नीशियम रहित) के उत्पादन हेतु (मोटरसाइकिल) ब्रेम्बो को मर्केसिनी 5-स्पोक डिजाइन का अधिकार.
मैग्नीशियम की मिश्र धातु के पहिये
मैग्नीशियम की मिश्र धातु द्वारा बने पहिये, या "मैग व्हील्स", का इस्तेमाल बेहतर प्रदर्शन के लिए कभी कभी रेसिंग कार में भारी स्टील या एलुमीनियम के पहियों के स्थान पर भी किया जाता है। इन पहियों के निर्माण एक स्तरीय ताप दबाव प्रक्रिया द्वारा किया जाता है इसमें मैग्नीशियम की मिश्र धातु का प्रयोग होता है जिसे ZK60, AZ31 or AZ91 (रूस में MA14) के नाम से जाना जाता है। मोटरसाइकिल के पहियों में ढलाई द्वारा बनी मैग्नीशियम डिस्क का प्रयोग किया जाता है।
एक आदर्श मैग्नीशियम द्वारा बने स्वचालित पहिये का वज़न लगभग 5-9 किलोग्राम तक होता है (आकार के आधार पर).[३]
मैग्नीशियम पहिये ज्वलनशील होते हैं और कुछ ऐसे अग्निकांडों के बाद जिनमे की आग को बुझाना बहुत कठिन हो गया था, ब्रिटेन में मोटरस्पोर्ट के कुछ प्रारूपों हेतु इन्हें निषिद्ध कर दिया गया है। मैग व्हील्स तब से प्रतियोगता के दौरान अग्नि दुर्घटनाओं के लिए जाने जाते हैं जब एक पंक्चर टायर द्वारा सड़क की सतह पर काफी समय तक पहिये के छोटे टुकड़े टूट कर निकलते रहे। साँचा:category handler[<span title="स्क्रिप्ट त्रुटि: "string" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।">citation needed] मैग्नीशियम की मिश्र धातु के बने कुछ पहियों की जंगरोधक क्षमता कम हो सकती है।
महंगा होना और अधिकांश सड़क पर चलने वाले वाहनों के लिए उपयुक्त नहीं होना इन पहियों की एक कमी है। प्रायः गलती से एलुमीनियम के बने पहियों को "मैग व्हील्स" कहा जाता है।
इन्हें भी देखें
- पहिया
- पहिये का आकार
सन्दर्भ
बाहरी कड़ियाँ
- साँचा:dmoz
- अलॉइ व्हील्स, फॉरजेड व्हील्स और कास्ट व्हील्स लेख और तस्वीरें
- सेमा (SEMA) (स्पैशल्टी इक्विपमेंट मार्केटिंग एसोसिएशन)
- ↑ व्हीलथिंग. "व्हील थिंग अलॉइ व्हील रिपेयर प्रोसेस" स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
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