एपीआई
व्यापक अर्थ में, किसी सॉफ्टवेयर का अप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस या 'एपीआई' (API) वह इंटरफेस है जो उस सॉफ्टवेयर के साथ दूसरे सॉफ्टवेयरों के जुड़ने और उसका उपयोग करने के लिये प्रयुक्त होता है। वस्तुतः एपीआई एक विशिष्टता है जो सोफ्टवेयर से जुड़ने और उसका उपयोग करने की प्रक्रिया का वर्णन करता है। एपीआई द्वारा दिया जाने वाला विशिष्टता स्रोत-कोड के रूप में होता है। आजकल महत्वपूर्ण वेब आधारित अनुप्रयोग अपना एपीआई प्रदान करने लगे हैं। दूसरे लोग अपने प्रोग्रामों को उन एपीआई माध्यम से उन वेब अनुप्रयोगों से जोड़कर अपना काम साध सकते हैं। इसी प्रकार विण्डोज आदि प्रचालन तंत्र भी एपीआई उपलब्ध कराते हैं ताकि उस प्रचालन तंत्र पर चलने वाला अनुप्रयोग लिखने वाले लोग इन एपीआई का सहारा लेकर कुछ विशेष काम कर सकें और उसके लिये उन्हें अलग से बड़ा कोड न लिखना पड़े।
दूसरे शब्दों में, सॉफ्टवेयरों को पुनः उपयोग (reuse) करने के लिये एपीआई एक साधन है। अच्छी एपीआई वह है जिसके उपयोग का अच्छी प्रकार वर्णन किया गया हो।
कुछ उदाहरण
- ASPI for SCSI device interfacing
- Carbon and Cocoa for the Macintosh
- DirectX for Microsoft Windows
- EHLLAPI
- Java APIs
- ODBC for Microsoft Windows
- OpenAL cross-platform sound API
- OpenCL cross-platform API for general-purpose computing for CPUs & GPUs
- OpenGL cross-platform graphics API
- OpenMP API that supports multi-platform shared memory multiprocessing programming in C, C++ and Fortran on many architectures, including Unix and Microsoft Windows platforms.
- Simple DirectMedia Layer (SDL)
- Talend integrates its data management with BPM from Bonita Open Solution
वर्गीकरण
- कार्य-उन्मुख (function orieted)
- आंकड़ा-उन्मुख
- वस्तु-उन्मुख (object oriented)
- प्रोटोकोल उन्मुख
बाहरी कड़ियाँ
- How to design a good API and why it matters-PDF
- How to Write an API. Practical example with detailed code and motivation.