ऋचा
(ऋक् से अनुप्रेषित)
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
इस लेख में सन्दर्भ या स्रोत नहीं दिया गया है। कृपया विश्वसनीय सन्दर्भ या स्रोत जोड़कर इस लेख में सुधार करें। स्रोतहीन सामग्री ज्ञानकोश के उपयुक्त नहीं है। इसे हटाया जा सकता है। (मार्च 2017) साँचा:find sources mainspace |
साँचा:asbox पद्य में रचे हुए वेद के श्लोकों (मंत्रों) को ऋचा कहते हैं। 'ऋचा' की व्युत्पत्ति 'ऋक्' से हुई है जिसका अर्थ 'प्रशंसा करना' है। जैसे ऋग्वेद ऋचाओं का संग्रह हैं, इसमें 10462 ऋचाएं हैं, ऋचाओं से अभिप्राय मंत्रो से होता