आंध्र मेडिकल कॉलेज
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आंध्र मेडिकल कॉलेज | |
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ఆంధ్ర వైద్య కళాశాల | |
आदर्श वाक्य: | Ne Quid Nimis (कुछ भी अधिक मात्रा में नहीं होना चाहिए) |
स्थापित | 19 जुलाई 1923 |
प्रकार: | सरकारी संस्थान |
प्रधानाचार्य: | डॉ० एस० वी० कुमार |
स्नातक: | 200 हर साल (एम० बी० बी० एस०) |
स्नातकोत्तर: | 164 हर साल |
अवस्थिति: | विशाखापट्टनम, आंध्र प्रदेश, भारत |
परिसर: | शहरी |
आंध्र मेडिकल कॉलेज आंध्र प्रदेश का एक चिकित्सा महाविद्यालय है। यह एनटीआर स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय से संबद्ध शिक्षा संस्थान है। यह आंध्र प्रदेश का सबसे पुराना चिकित्सा महाविद्यालय है। इसकी स्थापना के इतिहास को देखें तो पता चलता है कि यह भारत का छटा सबसे पुराना चिकित्सा महाविद्यालय है।
इतिहास
विशाखापट्टनम में चिकित्सा की शिक्षा 1902 में प्रारंभ हुई जब विक्टोरिया डायमंड जूबली मेडिकल स्कूल की स्थापना यहाँ के ओल्ड पोस्ट ऑफ़िस नामक क्षेत्र में हुई थी। इसे पीछे महाराजा सर गोडे नारायण गजपति राव और महारानी गोडे चित्तिजनकियम्मा का संरक्षण शामिल था।
कुछ वर्षों के पश्चात, यह मेडिकल स्कूल वर्तमान "शरीर रचना विज्ञान ब्लॉक" (Anatomy Block) स्थानांतरित हुआ। पहले बैच में 50 थे जिन्हें लाइसेंसशिएट सरटिफ़िकेट स्टैंडर्ड ए (Licentiate Certificate Standard A) के लिए प्रशिक्षित किया गया था।
इसके पश्चात इस परिसर को चिकित्सा महाविद्यालय, विशाखापट्टनम के रूप में अधिकृत किया गया था और यहाँ का कार्य 1 जुलाई 1923 को कैपटन फ़्रेडरिक जैसपर ऐन्डरसन, आई० एम० एस० द्वारा औपचारिक रूप से प्रारंभ किया गया जो यहाँ के प्रधानाचार्य और शरीर रचना विज्ञान और शल्य-चिकित्सा के प्रोफ़ेसर थे। उस समय सरकार की ओर से इस चिकित्सा महाविद्यालय को औपचारिक रूप से 19 जुलाई 1923 को दीवान बहादुर राजा पेनुगण्टी रामारायानिंगर द्वारा खोला गया जो उस समय के मद्रास राज्य के मुख्य मंत्री, स्थानीय स्वशासन और स्वास्थ्य मंत्री थे।