अब्राहम मास्लो
अब्राहम मास्लो (Abraham Harold Maslow ; 1 अप्रैल 1908 – 8 जून 1970) अमेरिका के मनोवैज्ञानिक थे जिन्होने मास्लो का प्रेरणा का पदानुक्रम सिद्धान्त नामक मानसिक स्वास्थ्य का सिद्धान्त प्रस्तुत किया। मास्लो कई महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में मनोविज्ञान के प्रोफेसर रहे। व्यक्तित्व के अध्ययन के सन्दर्भ में वे मानवतावादी मनोविज्ञान (Humanistic psychology) के पक्षधर थे।
1943 के अपने प्रभावशाली शोध पत्र ‘ए थ्योरी ऑफ ह्यूमनमोटिवेशन ‘ में अमेरिकन मनोवैज्ञानिक अब्राहम मैस्लो ने प्रस्तावित किया कि स्वस्थ मानव की निश्चित आवश्यकताएं होती है, और यह कि ये एक पदानुक्रम में व्यवस्थित होते हैं। इस पदानुक्रम में पाँच चरण होते हैं
1. शारीरिक आवश्यकताएं:
ये मानव जीवन को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण आवश्यकताएं हैं जैसे वायु , भोजन, पानी, गर्मी, आश्रय, नींद आदि। मेस्लो का मत था कि जब तक ये आवश्यकताएं पूरी नहीं हो जातीं, कोई अन्य प्रेरक कारक काम नहीं कर सकते। वायु, भोजन और पानी, हमारे भौतिक शरीर को बनाए रखने के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीजें हैं। पानी प्यूरीफायर बेचने वाला एक विक्रेता दूषित पानी पीने के बुरे प्रभावों के बारे में बात कर सकता है । इस तरह वह ग्राहक की शारीरिक जरूरतों को पूरा करने की कोशिश करता है।
2. सुरक्षा की जरूरतें: सुरक्षा आवश्यकताओं को मेस्लो के पदानुक्रम में दूसरा स्तर है और इसमें व्यक्तिगत/वित्तीय सुरक्षा, स्वास्थ्य जैसी आवश्यकताओं के साथ- साथ दुर्घटनाओं और बीमारियों के खिलाफ सुरक्षा की आवश्यकता होती है। जब एक बीमा एजेंट दुर्घटना के बारे में ग्राहक से बात करता है, तो वह ग्राहक के दिमाग में सुरक्षा के लिए भय बनाने की कोशिश करता है |उसी तरह आजकल कार के विज्ञापन में लक्जरी फीचर्स के बजाय सुरक्षा फीचर्स की बात ज्यादा की जाती है |
3. सामाजिक आवश्यकताएं: चूंकि मनुष्य एक सामाजिक प्राणी हैं, इसलिए वे एक दूसरे के साथ अपनेपन की भावना रखते हैं । लोग प्यार, स्नेह, स्वीकृति और दोस्ती के लिए अपनी जरूरत को पूरा करने की कोशिश करते हैं । सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप आदि के माध्यम से लोग अपने दोस्तों, परिवार और रिश्तेदारों से जुड़े रहते हैं और सामाजिक जरूरतों को पूरा करते हैं। एक विक्रेता लोगों की सामाजिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए ग्रीटिंग कार्ड, अवकाश पैकेज आदि बेच सकता है ।
4. एस्टीम ज़रूरतें : एस्टीम लेवल की ज़रूरतों में ओहदा,पहचान,शोहरत, विशेषज्ञता आदि आवश्यकताए शामिल होती है। आत्म सम्मान के एक पर्याप्त स्तर को प्राप्त करने में विफलता अक्सर एक हीन भावना कोजन्म देती है । लोगों के पेशे और शौक अक्सर आत्म सम्मान और पहचान प्राप्त करने की आवश्यकता को दर्शाते हैं। लोग लक्जरी कारों और घड़ियों, ब्रांडेड कपड़े पहनकर और अन्य कई तरीकों से अपने आत्मसम्मान को अधिकतम करने की कोशिश करते हैं| एक लक्जरी उत्पाद या सेवा प्रस्तुत करके एक विपणक या विक्रयकर्ता ग्राहकों को मान्यता प्राप्त करने का अवसर प्रदान करते हैं । यह कमी की जरूरतों का अंतिम स्तर है, जिसका अर्थ है कि अगर कोई व्यक्ति इन सभी जरूरतों को पूरा करता है, तो इसका मतलब है कि एक बार इन सभी आवश्यकताओं को पूरा करने और महारत हासिल करने के बाद, एक व्यक्ति अपने जीवन के साथ संतोष महसूस करेगा।
5. आत्म-प्राप्ति की आवश्यकता:मास्लो इसे अपनी पदानुक्रम में उच्चतम आवश्यकता मानता है| सेल्फ-रियलाइजेशन किसी व्यक्ति की पूर्ण क्षमता की मान्यता से संबंधित है । इसमें विकास, अपनी पूर्ण छमता को प्राप्त करने और आत्म-पूर्ति आदि की बात होती है । आत्म-बोध का अर्थ व्यक्तिपरक होता है और व्यक्ति के अनुसार अलग – अलग होता है । इस अभिप्रेरणा के कुछ उदाहरण सर्वश्रेष्ठ संगीतकार बनने के लिए हो सकते हैं, अपने खेल आदि के सर्वश्रेष्ठ एथलीट बनने के लिए सकते हैं।