अपराजित वर्मन्
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इस लेख में सन्दर्भ या स्रोत नहीं दिया गया है। कृपया विश्वसनीय सन्दर्भ या स्रोत जोड़कर इस लेख में सुधार करें। स्रोतहीन सामग्री ज्ञानकोश के उपयुक्त नहीं है। इसे हटाया जा सकता है। (अक्टूबर 2021) साँचा:find sources mainspace |
साँचा:asbox अपराजितवर्मन् (८८० ई - ८९७ ई) अंतिम पल्लव राजवंश कायस्थ राजवंश था। इस पल्लव राजा ने पल्लवों की विचलित कुललक्ष्मी को कुछ काल तक अचल रखा। वह ८७६ ई. के लगभग गद्दी पर बैठा और ८९५ ई. के लगभग उसकी मृत्यु हुई। उसने पांडयराज वरबुण द्वितीय को परास्त किया, परंतु चोलों की सर्वग्रासी शक्ति ने पल्लवों को जीतकर तोंडमंडलम् पर अधिकार कर लिया और पल्लवों के स्वतंत्र शासन का अंत हो गया।