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सामग्री:लोग और स्वात्म
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लोग, एक समूहवाच शब्द है, जो किसी व्यक्तियों के समूह, किसी सामाजिक गुठ अथवा किसी जातीय या राष्ट्रीय पहचान रखने वाले समुच्च का प्रतिबोध करता है। स्वात्म शब्द की उत्पत्ति शब्द 'स्व' और 'आत्म' की संधि से होता है, तथा यह निजता अथवा किसी व्यक्ति के स्वयत्वा का बोध कराती है। जीवन अर्थन निजी जीवन किसी व्यक्ति के मानवीय अनुभव की अनुभूति है जिसका बखान किसी व्यक्ति की आत्मकथा या जीवनी में किया जाता है। संसार में जीवन का अनुभव हर काल में, हर क्षेत्र पर तथा प्रत्येक व्यक्ति हेतु उस समय की परिस्थितियों के आधार पर भिन्न रहा है, परन्तु प्रत्येक काल व क्षेत्र में लोगों का जीवन सामान्य सामाजिक परिस्थितियों के कारण सामान्य अनुभवों का पात्र भी रहा है। प्राचीन काल से आधुनिक काल तक प्रत्येक काल में मानव जीवन के अनुभव में विभिन्न परिवर्तन आते रहे हैं, तथा लोगों ने सफल एवं स्वस्थ जीवनशैली पालन करने हेतु वाद, शोध, तर्क और दर्शन के आधार पर प्रत्येक काल से जुड़ी संभावनाओं और आवश्यकताओं के मद्देनजर अनेक तरीके रखे हैं, जिन्हें आजकल, कार्य जीवन, प्रेम जीवन, यौन जीवन, इत्यादि शीर्षकों के अन्तर्गत पढ़ा जाता है।
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