नया गिनी
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भूगोल | |
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अवस्थिति | ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप के उत्तर मे स्थित |
निर्देशांक | साँचा:coord |
क्षेत्रफल दर्जा | 2 रा |
चौड़ाई | साँचा:convert |
प्रशासन | |
जनसांख्यिकी | |
जनसंख्या | ~ 75 लाख |
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नया गिनी (New Guinea), ऑस्ट्रेलिया के उत्तर में स्थित विश्व का दूसरा सबसे बड़ा द्वीप है। यह ऑस्ट्रेलिया की मुख्य भूमि से उस समय अलग हुआ जब इस क्षेत्र को जिसे अब टॉरेस जलडमरुमध्य के नाम से जाना जाता है को, पिछले हिमयुग के बाद आयी बाढ़ ने पानी से भर दिया। पापुआ नाम एक लंबे समय से इस द्वीप के साथ संबद्ध रहा है। द्वीप के पश्चिमी आधे भाग में इंडोनेशिया के प्रांत पापुआ और पश्चिम पापुआ स्थित हैं, जबकि पूर्वी आधा भाग एक स्वतंत्र देश पापुआ नया गिनी स्थित है।
परिचय
न्यूगिनी दक्षिण-पश्चिमी प्रशांत महासागर में स्थित आस्ट्रेलिया के उत्तर में यह संसार का दूसरा बड़ा द्वीप है। यह आस्ट्रेलिया से आराफूरा सागर, टॉरेस जलडमरूमध्य और प्रवाल सागर (Coral Sea) द्वारा अलग है। उत्तर से दक्षिण-पूर्व तक इसकी लंबाई १,५०० मील तथा अधिकतम चौड़ाई ४०० मील है। राजनीतिक दृष्टि से यह द्वीप इस समय दो भागों में विभक्त है (१) पैपुआ क्षेत्र एवं (२) डच न्यूगिनी।
पैपुआ क्षेत्र
न्यूगिनी के दक्षिण-पूर्वी भाग को पैपुआ कहते हैं। इसे ब्रिटिश गिनी के नाम से भी जाना जाता हैं। अब यह आस्ट्रेलिया के अधिकार में है। उष्ण, नम जलवायु क्षेत्र में स्थित इस प्रदेश की प्रमुख संपत्ति कठोर लकड़ी के वन हैं। इस प्रदेश की प्रमुख उपज नारियल, रबर, काफी आदि हैं। यहाँ काष्ठ एवं मत्स्य व्यवसाय प्रमुख हैं। सोना यहाँ अधिक मिलता है। प्राचीन काल में यहाँ ताँबा, चाँदी एवं जस्ता भी मिलता था। नौका बनाना, लकड़ी का सामान, इमारती सामान बनाना यहां के प्रमुख उद्योग है। इस प्रदेश की जनसंख्या में ८४ प्रतिशत आदिवासी एवं शेष अन्य देशों के लोग हैं। इसका क्षेत्रफल ९०,५४० वर्ग मील है। पोर्ट मोरज़्वि यहाँ की राजधानी है।
डच न्यूगिनी
पहले यह हॉलैंड के अधिकार में था किंतु अब यह हिंदेशिया के अंतर्गत है। इसका क्षेत्रफल सभी छोटे छोटे द्वीपों को मिलाकर १,५१,७८९ वर्ग मील है। हालैंडिया यहाँ की राजधानी है। यह भाग समस्त न्यूगिनी के आधे क्षेत्र में फैला है। उत्तर में यह मैदानी तथा दक्षिण में पहाड़ी है। किनारे पहाड़ी तथा कहीं कहीं दलदली हैं। यहाँ शकरकंद, गन्ना, पपीता, तंबाकू आसानी से उगा लिए जाते हैं। यहाँ के निवासी जंगली हैं। मेरौके नदी पर मेरौके नगर केवल कुछ अधिक उन्नति कर पाया है। यहाँ डच लोगों की बस्तियाँ हैं। फाकफाक भी डच लोगों की एक प्रसिद्ध बस्ती है। यहाँ अच्छी भूमि के कारण उन्नति की संभावनाएँ अधिक हैं। जापेन द्वीप से भी इसका व्यापार बढ़ रहा है।
इस द्वीप की आकृति असमान है तथा तट ऊँचे हैं। पश्चिमी भाग में एवं टॉरेस जलडमरूमध्य के समीप के तटवर्ती क्षेत्र दलदली एवं घनेजंगलों से ढके हुए हैं। आस्ट्रेलिया द्वारा अधिकृत भाग (पैपुआ) के दक्षिण-पूर्व में विस्तृत ओएन स्टैनलि पर्वतमाला है, जिसका उच्चतम शिखर १३,२४० फुट है। दक्षिण-पश्चिम में बिज़्मार्क पर्वत है जिसकी सर्वोच्च चोटी माउंट विल्हेल्मिना (१५,५८४ फुट ) है। डच न्यूगिनी में और भी ऊँचे पर्वत है। द्वीप के मध्य में हिम पर्वतों की तीन ऊँची चोटियाँ हैं- कार्सटेंज (१६,४०० फुट ), ईड्नबर्ग (१५,७४८ फुट ) और विल्हेल्मिना (१५,५८४ फुट ) हैं। इस द्वीप की मुख्य नदियाँ मांबा, दीगूल, सैपिक, मार्कैंम, पुरारी तथा फ्लाई हैं।
मुख्य आवासीय क्षेत्र में साल भर ताप २१ डिग्री सें. से ३२ डिग्री सें. तक रहता है, तथा आर्द्रता का अंतर भी ७० से ९० प्रतिशत तक होता है। वर्षा का औसत पश्चिम में १०० इंच है। यहाँ के कुछ ही भागों में ६० इंच से कम वर्षा होती है।
कंगारू यहाँ का मुख्य पशु है। पालतू हरिण, कुत्ते, सुअर तथा एक विचित्र प्रकार की उड़न लोमड़ी (एक प्रकार का उड़नेवाला चमगादड़) यहाँ पाई जाती हैं। इसके पंख तीन फुट तक लंबे होते हैं। पक्षियों में पैराडाइज बर्ड मुख्य है।
आर्थिक महत्व के वृक्षों में सागूदाना, चंदन, नारियल, केला और बाँस है। न्यूगिनी का लगभग आधा भाग जंगलों से ढका हुआ है। जिसमें मुख्यत: पाटलकाष्ठ (रोज वुड), देवदार, अखरोट, सैटिन ऐश, मिल्क उड, लैमनउड, यूक्लिप्टस आदि के वृक्ष है। न्यूगिनी के निवासियों का मुख्य व्यवसाय कृषि है। यहाँ तंबाकू, रबर, कहवा, धान, सिनकोना, जूट, चाय, सन, कोको, आदि मुख्य कृषि उपजें हैं।
न्यूगिनी के मोरोबे (Morobe) क्षेत्र में सोने के पर्याप्त निक्षेप है। सोने की खोज के ही साथ प्लैटिनम, आस्मिरिडियम, टिन, ताँबा, लोहा, मैगनीज आदि का पता लगाया गया है। डच न्यूगिनी में में सौरांग के आसपास तेल का भी पता चला है। अपने दैनिक उपयोग के लिए यहाँ के लोग मछलियाँ मारते हैं।
सन्दर्भ
अब इस देश को पश्चिमी इरियान कहते है