जॉर्ज ई स्मिथ
जॉर्ज एल्वुड स्मिथ (जन्म- 10 मई 1930) एक अमेरिकन वैज्ञानिक हैं। जो कि आवेश-युग्मित युक्ति (चार्ज कपल्ड डिवाइज़, या सीसीडी) के सह-आविष्कर्ता हैं। उन्हें 2009 के भौतिकी के नोबेल पुरस्कार के एक चतुर्थांश से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार उन्हें "एक छविकारी अर्धचालक परिपथ अर्थात् सीसीडी संवेदक के आविष्कार" के लिए दिया गया है।[१]
स्मिथ का जन्म व्हाइट प्लेन्स, न्यू यॉर्क में हुआ। उन्होंने सं.रा. नौसेना में सेवा की तथा पेनसिल्वानिया विश्वविद्यालय से 1955 में बीएससी की उपाधि प्राप्त की तथा 1959 में शिकागो विश्वविद्यालय में केवल तीन पृष्ठों के शोधप्रबंध (डिसर्टेशन) के साथ पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने 1959 से 1986 तक बेल् लैब्स में, मर्रे हिल, न्यू जर्सी में कार्य किया, जहाँ उन्होंने नोवेल लेसरों तथा अर्धचालक युक्तियों पर अनुसंधान का नेतृत्व किया। अपनी कार्यावधि में स्मिथ को दर्जनों पेटेंट प्रदान किये गये तथा अंततः वे वीएलएसआई युक्ति विभाग के प्रधान बने।[२]
1969 में स्मिथ तथा विलार्ड बॉयल ने आवेश-युग्मित युक्ति का आविष्कार किया, जिसके लिए उन्होंने 1973 में फ्रैंकलिन संस्थान का स्टुअर्ट बैलैन्टाइन पदक प्राप्त किया, तथा 1974 का आईट्रिपलई मॉरिस एन. लीबमैन् मैमोरियल अवार्ड और 2006 का चार्ल्स स्टार्क ड्रैपर पुरस्कार और 2009 का भौतिकी का नोबेल पुरस्कार प्राप्त किया।
बॉयल व स्मिथ दोनों ही जुनूनी खेवैये भी थे, जिन्होंने कई यात्राएँ साथ-साथ कीं। सेवानिवृत्ति के पश्चात् स्मिथ ने अपनी पत्नी जैनेट् के साथ पाँच वर्ष तक संसारव्यापी नौयात्रा की। अन्ततः 2001 में उन्होंने अपने इस शौक को त्याग दिया।
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
बाहरी कड़ियाँ
- Nobel Prize information
- George E. Smith Biography at the National Academy of Engineering website
- Invention Hall of Fame Biography