साँभर
साँचा:if empty Sambhar | |
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निर्देशांक: साँचा:coord | |
देश | साँचा:flag/core |
प्रान्त | राजस्थान |
ज़िला | जयपुर ज़िला |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | २२,३२७ |
• घनत्व | साँचा:infobox settlement/densdisp |
भाषा | |
• प्रचलित भाषाएँ | राजस्थानी, हिन्दी |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
साँभर (Sambhar) भारत के राजस्थान राज्य के जयपुर ज़िले में स्थित एक नगर व नगरपालिका है। यह साँभर झील के किनारे बसा हुआ है।[१][२]
विवरण
साँभर पश्चिमी राजस्थान में साँभर झील के दक्षिण पूर्वी किनारे पर स्थित नगर है और नमक के निर्यात के कारण काफी प्रसिद्ध है। इसका प्राचीन नाम 'शाकम्भरी' है। महाभारत के आदि पुराण में इसका उल्लेख है। स्कंदपुराण ने इसके आसपास के प्रदेश को 'शाकंभर सपादलक्ष' की संज्ञा दी है। यहाँ की खुदाई में प्राप्त यवन यौधेय, और हिंद-समानी मुदाएँ एवं उसी समय के मकान और अन्य वस्तुएँ भी इसकी प्राचीनता की द्योतक हैं।
साँभर कई सदियों तक चौहानों की राजधानी रही और साँभर के हाथ से निकल जाने पर भी चौहान राजा 'संभरीशव' (शाकंभरीराज) कहलाते रहे। अजयराज चौहान ने संवत् ११७० के लगभग साँभरी के स्थान पर अजमेर को अपना राजनगर बनाया। पृथ्वीराज की पराजय के बाद यहाँ मुसलमानों का राज्य हुआ। सन् १७०८ में जयपुर और जोधपुर के राजाओं ने इसपर अधिकार किया। अब इसका महत्व मुख्य रूप से साँभर नमक के कारण है।
साँभर में शाकंभरी देवी के मंदिर का उल्लेख पृथ्वीराजविजय में भी है। नगर का नाम शाकंभरी देवी के नाम से 'साँभर' हो गया है। शाकम्भरी माता का सिद्धपीठ उत्तर प्रदेश के सहारनपुर मे होने के कारण चौहानों को वहाँ जाने मे बहुत समय लगता था इसलिए साम्भर झील के मध्य उन्होंने शाकम्भरी देवी का मंदिर बनवाया।
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ "Lonely Planet Rajasthan, Delhi & Agra," Michael Benanav, Abigail Blasi, Lindsay Brown, Lonely Planet, 2017, ISBN 9781787012332
- ↑ "Berlitz Pocket Guide Rajasthan," Insight Guides, Apa Publications (UK) Limited, 2019, ISBN 9781785731990