रेखीय ए लिपि
रेखीय ए यूनान के क्रीत द्वीप पर प्राचीन काल में इस्तेमाल होने वाली एक लिपि थी जिसमें क्रीत की मिनोआई सभ्यता की भाषा लिखी जाती थी। क्रीत पर एक भावचित्रों पर आधारित लिपि भी प्रयोग होती थी। सरकारी और धार्मिक प्रयोगों में रेखीय ए और ठप्पों और मोहरों पर यह भावचित्र देखने को मिलते हैं। मिनोआई सभ्यता के पतन के बाद क्रीत पर माइसीनियाई यूनानी बोली जाने लगी जो रेखीय बी लिपि में लिखी जाती थी। इतिहासकार रेखीय बी की बहुत सी समझ रखते हैं और यह पाया गया है कि रेखीय ए और रेखीय बी में काफ़ी सामान अक्षर मिलते हैं। रेखीय बी लिपि रेखीय ए की संतान मानी जाती है। जब रेखीय बी से ध्वनियाँ लेकर रेखीय ए को पढ़ा जाता है तो ऐसे शब्द उत्पन्न होते हैं जो किसी भी ज्ञात भाषा से नहीं हैं। इसलिए अब यह माना जाता है कि मूल मिनोआई भाषा यूनानी भाषा से असम्बंधित थी और शायद हिन्द-यूरोपीय भाषा परिवार की सदस्य ही नहीं थी।[१] यह भी संभव है कि रेखीय ए की ध्वनियाँ बिलकुल ही ग़लत पढ़ी जा रही हो क्योंकि मिनोआई भाषा बिलकुल ही अज्ञात है।[२]
खंडरों और शिलालेखों के आधार पर इतिहासकार मानते हैं कि रेखीय ए की अक्षर माला १९००-१८०० ईसापूर्व के काल तक पूरी कर ली गई थी। इसमें कुछ ऐसे भी चिह्न मिलते हैं जो प्राचीन मिस्र के २१००-१९०० ईसापूर्व में निर्मित कुछ पुरातन स्थलों पर पाए गए हैं।
अन्य भाषाओं में
रेखीय ए को अंग्रेज़ी में "लीनियर ए" (Linear A) और यूनानी में "ग्राम्मिकी ए" (Γραμμική A) कहा जाता है।