पंचमकार
(पञ्चमकार से अनुप्रेषित)
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
पंचमकार तंत्र से सम्बन्धित शब्द है जिसका अर्थ 'म से आरम्भ होने वाली पाँच वस्तुएँ' है, ये पाँच वस्तुएँ तांत्रिक साधना में उपयोग में लायी जाती हैं-
किन्तु पञ्चमकारों का उपरोक्त सामान्य अर्थ में उपयोग केवल वामाचारी ही करते हैं। दक्षिणाचारी इनको विशेष अर्थ में उपयोग करते हैं।
मद्य -- अमृत
मांस -- वाणी पर नियंत्रण ; खेचरी मुद्रा
मत्स्य -- इड़ा और पिंगला नाड़ी का प्राणायाम द्वारा नियंत्रण
मुद्रा -- सत्संग