गोपालदास वरैया
(पं.गोपालदास वरैया से अनुप्रेषित)
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पं.गोपालदास वरैया दिगंबर जैन समाज के एक प्रमुख विद्वान् रहे हैं। इनका जन्म उत्तर प्रदेश (भारत) के आगरा शहर के मानपाड़ा में विक्रम संवत १९२३ में चैत्र कृष्णा द्वादशी को हुआ था। आपके पिता का नाम लक्ष्मणदास और माता नाम लक्ष्मीबाई था। आपने ई.१९०२ में मध्यप्रदेश के मोरेना शहर में दिगंबर जैन संस्कृत महाविद्यालय की स्थापना की। आपकी प्रमुख साहित्यिक रचनाएँ -जैन सिद्धांत प्रवेशिका, जैन सिद्धांत दर्पण, जैन भूगोल व सुशीला उपन्यास है। समूचे दिगंबर जैन समाज में आपको समादर प्राप्त है। आपका देहावसान ई.१९१७ में हुआ।