धनानंद
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महान सम्राट महाराजा महापद्मनंद जो एक नंद वंशी थे इनके 9 पुत्र थे जिन्हें नवनन्द कहा जाता था ये पुत्र निम्न लिखित है:-
- (1) पंडुक
- (2) गंगन पाल
- (3) पंडुगति
- (4) भूतपाल
- (5) राष्ट्रपाल
- (6) गोविषाणक
- (7) दशसिद्धक
- (8) कैवर्त और
- (9) धनानन्द
इनमें से धनानन्द नौवां पुत्र था। जो महापद्मनंद की दासी से उत्पन्न हुआ था। जिसने धोके से अपने पिता का वध कर दिया और नंदवंश का आगे चलकर उत्तराधिकारी बना।
अलग-अलग इतिहास कार अपने अपने पृथक तर्क से इनके शासन व सुशासन काल का वर्णन करते हैं।
बौद्ध धर्म अपनी चरम सीमा मे था, अत: बहुत सी किताबों मे धनानन्द एक स्वतंत्र व आधुनिक बौध धर्म से प्रेरित बताया गया है॥