दूरदृष्टिता
साँचा:short description साँचा:short descriptionसाँचा:infoboxसाँचा:main other दूरदृष्टिदोष या दूरदृष्टिता (Far-sightedness या hypermetropia) आंखों का ऐसा दोष है जिसके होने पर दूर की वस्तुएं स्पष्ट दिखाई पड़ती है परन्तु निकट की वस्तुएं स्पष्ट दिखाई नहीं पड़ती हैं।
आंखों में यह दोष उत्पन्न होने पर प्रकाश की समान्तर किरणपुंज आँख द्वारा अपवर्तन के बाद रेटिना के बाद में प्रतिबिम्ब बनाता है (न कि रेटिना पर)। इस कारण पास की वस्तुओं का प्रतिबिम्ब स्पष्ट नहीं बनती और चींजें धुंधली दिखतीं हैं। यह दोष अधिकांशतः वृद्ध होने या अधिक आयु (जैसे चालीस के ऊपर ) के लोगों को होता है। काम आयु के लोगों में यह बहुत कम पाया जाता है।
आँखों के अभिनेत्र लेंस के फोकस दूरी के अधिक हो जाने के कारण यह दोष उत्पन्न होता है। पूरी कोशिश करने पर भी आँखे इस फोकस दूरी को कम नहीं कर पातीं। इस दोष के निवारण के लिए आँखों के आगे उत्तल लेंस का प्रयोग किया जाता है।
सन्दर्भ
इन्हें भी देखें
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का गलत प्रयोग;pat
नाम के संदर्भ में जानकारी नहीं है। - ↑ अ आ इ ई सन्दर्भ त्रुटि:
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का गलत प्रयोग;Khurana-Opt
नाम के संदर्भ में जानकारी नहीं है। - ↑ सन्दर्भ त्रुटि:
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का गलत प्रयोग;AOA2008
नाम के संदर्भ में जानकारी नहीं है। - ↑ सन्दर्भ त्रुटि:
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का गलत प्रयोग;Pet2014
नाम के संदर्भ में जानकारी नहीं है। - ↑ सन्दर्भ त्रुटि:
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का गलत प्रयोग;NIH2016Facts
नाम के संदर्भ में जानकारी नहीं है।