छुट्टन लाल मीणा
कप्तान छुट्टन लाल मीणा पूर्व सांसद
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कार्यकाल 1971 – 1977 | |
निर्वाचन क्षेत्र | सवाई माधोपुर |
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कार्यकाल 1967 – 1971 | |
निर्वाचन क्षेत्र | नादोती |
कार्यकाल 1957 – 1962 | |
निर्वाचन क्षेत्र | महुआ |
पूर्व सचिव, राजस्थान प्रदेश कांग्रेस समिति
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पूर्व अध्यक्ष और सचिव, सवाई माधोपुर जिला कांग्रेस
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पूर्व अध्यक्ष, हरिजन और आदिवासी संघ
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जन्म | 03 September 1920 डाबला |
मृत्यु | March 8, 1989साँचा:age) | (उम्र
राजनैतिक पार्टी | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
जीवन संगी | धापा मीणा |
संबंधी | टुण्डा राम मीणा (पिता) |
संतान | उषा मीणा |
धर्म | मीणा जातीय धर्म |
Military service | |
निष्ठा | साँचा:flagu |
शाखा/सेवा | भारतीय थलसेना |
पद | कप्तान |
कप्तान छुट्टन लाल मीणा (28 जुलाई 1920 - 8 मार्च 1989)[१] एक समाजसेवी एवं सांसद थे। उन्होंने मीणा समाज को को अनुसूचित जनजाति वर्ग में शामिल करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होने मीणा समाज को आगे बढ़ाने के लिए शिक्षा की अलख जगाने के लिए अनेक प्रयत्न किए । वे हरिजन और आदिवासी संघ के चेयरमैन रहे।
उनका जन्म राजस्थान के अलवर जिले के 'डाबला' नामक गाँव में हुआ था।[२]
कप्तान का जन्म 28 जुलाई 1920 को डाबला (अलवर) में हुआ था। पिता का नाम श्री टुण्डा राम था। इनकी शिक्षा राजऋषि कॉलेज अलवर में हुई थी। इन्होंने सं 1936 में श्रीमती धापा देवी से विवाह किया। इनके पांच पुत्र और तीन पुत्रियाँ हुए। सेना में कप्तान से लेकर कमिशनर ऑफिसर के रूप में सेवाएँ दीं। द्वितीय विश्व युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाई थी।
इनकी हॉकी और फुटबॉल खेलने में भी रूचि थी। कृषि कार्य भी किया था। 1957 से 1971 तक कांग्रेस से विधायक रहे। सवाईमाधोपुर से कांग्रेस के सचिव और जिला अध्यक्ष रहे। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव रहे और अनेक पदों पर रहे। 1971-77 में सवाई माधोपुर लोकसभा सीट से सांसद रहे थे।
कप्तान ने गांव-गांव, ढाणी-ढाणी, बास-बास, पुरा-पुरा, नगला-नगला, पैदल चलकर मीणा समाज के बहुसंख्यक जिले अलवर, दौसा, करौली, सवाईमाधोपुर, भरतपुर, जयपुर की सरहदों पर समस्त व्याप्त अंधविश्वासों और पाखण्डों से समाज को मुक्ति दिलाई। नई दुनिया के साथ चलने हेतु शिक्षा की अलख महिलाओ के लिए ही विशेषकर जगाई थी।