ओन्गी
कुल जनसंख्या |
---|
लगभग 100 (अनुमानितः) |
महत्वपूर्ण जन्संख्या वाले क्षेत्र |
छोटा अंडमान द्वीप (भारत) के पश्चिमी ओर |
भाषा |
ओन्गी, अंडमानी भाषाओंकी ओन्गन शाखा मे वर्गीकृत |
धर्म |
स्थानीय संप्रदाय, विवरण अज्ञात |
संबंधित जातीय समूह |
दूसरे अंडमानी मूल निवासियों मे शामिल है जारवा |
ओन्गी, एक अंडमानी आदिवासी जनजातीय समूह है जो बंगाल की खाड़ी में स्थित अंडमान द्वीप समूह के मूल निवासी हैं। इन्हें कई बार नेग्रिटो के रूप में भी वर्गीकृत किया जाता हैं। पूर्व में वे छोटा अंदमान द्वीप और पास के द्वीपों मे फैले हुए थे, तथा इन्होने कुछ क्षेत्र और शिविर रुटलैन्ड द्वीप और दक्षिण अंडमान द्वीप के दक्षिणी छोर पर स्थापित किये थे। यह अर्द्ध खानाबदोश जाति भोजन के लिए पूरी तरह शिकार और जमा करने पर निर्भर थी।
जनसंख्या नाश
ओन्गी जनसंख्या मे भयंकर गिरावट आयी है, जहाँ यह 1901 मे 672 थी वो घट कर सिर्फ 100 रह गयी है[१] बचे हुए लोग लिट्ल अंदमान पर दो आरक्षित शिविरों तक ही सीमित हैं। ओन्गी जनसंख्या में गिरावट का एक प्रमुख कारण बाहर की दुनिया के साथ उनके संपर्क द्वारा उनके खानपान की आदतों में आया परिवर्तन है।[२]. 1901 में, जहाँ 672 थे; वहीं 1911, में 631 ; 1921, में 346; 1931, में 250 ; 1941 में, अज्ञात (विश्व युद्ध द्वितीय के कारण); 1951 में 150(भारत की स्वतंत्रता के करीब।[३]