एमू
एमू' (Emu) एक विशालकाय पक्षी है। यह आस्ट्रेलिया का राष्ट्रीय पक्षी है। यह विश्व का दूसरा सबसे बड़ा पक्षी है।
यह ऑस्ट्रेलिया का उड़ान रहित पक्षी है।
परिचय
आस्ट्रेलिया का विशालकाय पक्षी एमू शुतुरमुर्ग के बाद विश्व का दूसरा सबसे बड़ा पक्षी है। इसकी ऊँचाई लगभग दो मीटर होती है। एमू पक्षी का भी शुतुरमुर्ग के समान पंख होते हुए उड़ नहीं सकता। एमू एक भारी, किन्तु बड़ा फुर्तीला पक्षी है। इसके शरीर का रंग मटमैला भूरापन लिये हुए होता है।
एमू के पंख बड़े चमकीले और सुन्दर होते है। नर तथा मादा दोनों के गले के पास एक विचित्र सी थैली होती है, जिसमें हवा भर कर यह अनोखी आवाज निकaलता है। एमू की टांगे मजबूूत और शक्तिशाली होती है। इनकी सहायता से यह पचास कि. मी. प्रति घंटा की गति से सरलता से भाग सकता है। एमू के पैरो में कैसोवरी के समान कोई तेज धारदार काँटा तो नहीं होता, फिर भी इसकी ठोकर शुतुरमुर्ग तथा कैसोवरी के समान ही खतरनाक होती है। सामान्यतया यह अपने शत्रुओ से डर कर भागता नहीं है, बल्कि उनका मुकाबला करता है।
एमू को सामूहिक जीवन अधिक प्रिय है। यह पक्षी रिया के समान अकेले रहना पसन्द नहीं करता और सदैव आठ-दस के झुण्ड में रहता है। अपनी प्रजाति के अन्य पक्षियों के समान एमू भी घासफूस, फलफूल तथा जंगली वनस्पतियों के साथ ही साथ छोटे-छोटे कीड़े-मकोड़े खाता है। जंगली चूहे तथा छिपकलियाँ इसका प्रिय भोजन है।
पंख होते हुए न उडऩे वाले विशालकाय पक्षियों में शुतुरमुर्ग तथा रिया नर पक्षी एक से अधिक मादा पक्षियों के साथ समागम करते है, किन्तु एमू ऐसा नहीं करता। नर एमू एक ही मादा एमू के साथ समागम करता है तथा जीवन भर उसी के साथ रहता है।
सामान्यतया सभी पक्षियों में नर पक्षी का शरीर मादा से अधिक विशाल तथा शक्तिशाली होता है, किन्तु एमू ऐसा नहीं होता। इनमें मादा एमू का शरीर नर एमू से बड़ा होता है। यह जमीन से कुछ ऊँचाई वाले भाग के गढ़े में घासफूस तथा पत्तियों से अपना घोसला बनाता है, जिसमें मादा एमू छ: से लेकर बारह तेरह तक हरे-नीले रंग के अण्डे देती है। इन अण्डो को नर एमू ही सेता है तथा अण्डों से बच्चे निकलने पर भी नर एमू ही उनका तब तक पोषण करता है जब तक वे आत्म निर्भर नहीं बन जाते।