ऐन्टिमोनी
ऐन्टिमोनी / Antimony रासायनिक तत्व | |
रासायनिक चिन्ह: | Sb |
परमाणु संख्या: | 51 |
रासायनिक शृंखला: | उपधातुएँ |
आवर्त सारणी में स्थिति
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अन्य भाषाओं में नाम: | Antimony (अंग्रेज़ी), Сурьма (रूसी), アンチモン (जापानी) |
ऐन्टिमोनी एक रासायनिक तत्त्व है। ऐन्टिमोनी एक मूल पदार्थ है, इसका प्रतीक Sb है, (लैटिन: स्टिबियम) और परमाणु क्रमांक 51 है। यह एक चमकदार ग्रे धातु है, जो मूल रूप से प्रकृति में सल्फाइड खनिज स्टेबिनेट (Sb2S3) के रूप में पाया जाता है। ऐन्टिमोनी यौगिकों को प्राचीन काल से जाना जाता है, इसके पाउडर को दवा और सौंदर्य प्रसाधनों में उपयोग किया जाता था, जिसे अक्सर अरबी काजल कहा जाता था। इसकी खोज के बाद इसे गलती से सीसा के रूप में पहचान लिया गया था। 1540 में, पश्चिमी गोलार्ध में धातु का पहला विवरण वानुअतु बिरिंगुशियो द्वारा लिखे गए विवरण में पाया गया था।
कुछ समय के लिए, चीन ऐन्टिमोनी और इसके यौगिकों का सबसे बड़ा उत्पादक था, जिसमें से अधिकांश हुनान प्रांत में ज़ुक्वांगशान खदान से आता था। ऐन्टिमोनी को परिष्कृत करने के औद्योगिक तरीके हैं इसे पीसकर कार्बन के साथ विघटित करना या लोहे के साथ स्टीबनेट का प्रत्यक्ष विघटन है।
धात्विक ऐन्टिमोनी की सबसे बड़ी उपयोगिता सीसा और टिन के साथ मिश्रधातु बनाना और लेड-एसिड बैटरी (लीड-एसिड बैटरी) में लेड एंटीमनी शीट का उपयोग करना है। ऐन्टिमोनी सहित सीसा और टिन मिश्र धातुओं का उपयोग करके सोल्डर, शॉट और प्लेन बियरिंग्स के गुणों में सुधार किया जाता है। ऐन्टिमोनी के यौगिक कई वाणिज्यिक और घरेलू उत्पादों में पाए जाने वाले क्लोरीन और ब्रोमीन युक्त अग्निरोधी का एक प्रमुख संयोजन है। आधुनिक समय में आणविक-इलेक्ट्रॉन विज्ञान में ऐन्टिमोनी का उपयोग बढ़ रहा है। इसकी एक खास बात यह है कि ये धातु से टकराने पर यह कोई आवाज नहीं करती है।
ऐंटीमनी के यौगिक
ऐंटीमनी के +3 संयोगी Sb (III) तथा +5 संयोजी Sb () यौगिक ज्ञात है।
ऐंटीमनी (III) आक्साइड (Sb2O3) श्वेत चूर्ण जो जल में विलेय है। यह उभयधर्मी है। टार्टर एमेटिक बनाने तथा औषधि के रूप में प्रयुक्त.
ऐंटीमनी () आक्साइड (Sb2O5)-पीत ठोस जो जल में अविलेय होता है। इसे ऐंटीमनी पेंटाक्लोराइड के जल अपघटन द्वारा या ऐंटीमनी को नाइट्रिक अम्ल के साथ गर्मकरके प्राप्त करते हैं। यह उत्तम आक्सीकारक है और पोटैसियम आयोडाइड के अम्लीय विलयन में से आयोडीन मुक्त करता है।
SbCl5+2KI - -> SbCl3 +2KHCl + I
ऐंटीमनी (III) क्लोराइड (SbCl3)- ऐंटीमनी ट्राइक्लोराइड -श्वेत जलग्राही ठोस जो जल द्वारा अपघटित होकर आक्सीक्लोराइड बनाता है-
SbCl3+ H2O3 --> SbOCl + 2HHCl
ऐंटीमनी () क्लोराइड (SbCl5)- एंटीमनी पेंटाक्लोराइड. रंगहीन द्रव्य जिसे संलित ट्राइक्लोराइड के साथ क्लोरीन की अभिक्रिया कराकर बनाया जाता है। यह प्रबल क्लोरीनीकारक है।
ऐंटीमनी पोटैसियम टार्टरेट या टार्टर एमेटिक या पोटैसियम ऐंटीमोनिल टार्टरेट (2 KSbO C4H4O6 H2O) -श्वेत विषैला चूर्ण जिसका उपयोग एमेटिक के रूप में तथा रंगबन्धक के रूप में होता है।
ऐंटीमनी (III) सल्फाइड (Sb2S3) ऐंटीमनी ट्राइसल्फाइड, या स्टिब्नाइट- काला या लाल अविलेय क्रिस्टलीय ठोस, जिसका उपयोग दियासलाई बनाने में तथा आतिशवाजी में होता है।
ऐंटीमनी () सल्फाइड (Sb2S5), ऐंटीमनी पेंटासल्फाइड- पीला अविलेय चूर्ण जिसका उपयोग रंजक के रूप में तथा रबर के बल्वनीकरण में किया जाता है।
ऐंटीमनी सल्फेट Sb2(SO4)- श्वेत क्रिस्टलीय अविलेय ठोस जो विस्फोटक के रूप में प्रयुक्त होता है।
ऐंटीमनी हाइड्राइड या स्टिबीन (SbH3)- अस्थायी रंगहीन गैस जो सरलता से अपघटित होकर ऐंटीमनी उत्पन्न करती है।